इस वर्ष सरस्वती पूजा 26 जनवरी को मनाई जा रही है. सरस्वती पूजा को लेकर शहर में तैयारियां पहले से शुरू है. कोरोना काल के दौरान आई मंदी से उभरते हुए मूर्तिकार इस वर्ष पूरे जोरो शोरो से सरस्वती पूजा की तैयारियों में लगे हुए है. मूर्तिकार बताते हैं कि वह पिछले 50 साल से मूर्ति बनाने के ही पेशे से जुड़े है. बंगाल से थे लेकिन रोजी-रोटी की तलाश में झारखंड आ गए. पहले यही झारखंड बिहार हुआ करता था. आज से कुछ साल पहले शहर में किसी त्योहार को लेकर उतनी तैयारी नहीं हुआ करती थी. आज हम लोग मिलकर 14 फिट तक की मूर्ति बना रहें हैं. लेकिन पहले न तो पंडाल इतने विशाल हुआ करते थे और न ही मूर्तिया इतनी बड़ी बनती थी. अब की बात ही कुछ और है.