19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

राज ठाकरे के खिलाफ अवमानना याचिका बहाल

Advertisement

मुंबईः बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ दायर एक अवमानना याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली. याचिका पहले खारिज कर दी गयी थी क्योंकि याचिक दायर करने वाले वकील एजाज नकवी अदालत में पेश नहीं हो पाए थे. पिछले साल अदालत के खिलाफ राज के […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंबईः बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ दायर एक अवमानना याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली. याचिका पहले खारिज कर दी गयी थी क्योंकि याचिक दायर करने वाले वकील एजाज नकवी अदालत में पेश नहीं हो पाए थे. पिछले साल अदालत के खिलाफ राज के एक बयान पर यह याचिका दायर की गयी थी.

- Advertisement -

न्यायमूर्ति पी वी हरदास और न्यायमूर्ति मृदुला भाटकर की खंडपीठ ने नकवी की ओर से दायर याचिका बहाल कर ली. याचिका में अदालत की अवमानना के लिए राज पर कार्रवाई की मांग की गयी है. पीठ ने आज केंद्रीय कानून मंत्रलय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रलय को भी निर्देश दिया कि वे जून तक अपना जवाब दाखिल करें.

महाराष्ट्र के महाधिवक्ता ने कार्रवाई शुरु करने पर पहले ही अपनी सहमति दे दी है. केंद्रीय कानून मंत्रलय को अपना विचार देना है जबकि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को इसलिए प्रतिवादी बनाया गया क्योंकि भाषण की फुटेज यानी वीडियो उसके पास है. नकवी के मुताबिक, राज ने फरवरी 2012 में बंबई उच्च न्यायालय के एक आदेश को ‘‘पक्षपातपूर्ण’’ करार दिया था.

पिछले साल 5 फरवरी को उच्च न्यायालय ने मनसे की वह याचिका खारिज कर दी थी जिसमें मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में एक रैली आयोजित करने के लिए अनुमति मांगी गयी थी. शिवाजी पार्क में रैली आयोजित करने की अनुमति इसलिए नहीं दी गयी थी क्योंकि यह क्षेत्र ‘साइलेंस जोन’ के तहत आता है. राज ने न्यायालय के इस फैसले को ‘‘पक्षपातपूर्ण’’ करार देते हुए इसकी आलोचना की थी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें