एक दिन पहले ही ओरैया की घटना ने देश के झकझोर दिया. बावजूद मजदूरों के अपने-अपने घरों को लौटने का सिलसिला जारी है. इसके साथ ही जारी है विरोध-प्रदर्शन. रविवार को सामने आई कई तस्वारों ने देश को झकझोर दिया. शहरों को बनाने में अपने खून-पसीने को लगाने वाले मजदूर मजबूर हो गए. सड़कों पर उतर विरोध करने लगे. उन्हें बस घर जाने से मतलब है. कोरोना संकट के कारण शहर अपना नहीं रहा. अब, गांव ही एकमात्र जरिया है. जिंदा रहने के लिए. परिवार चलाने के लिए.