तौबा तौबा वे तेरी सूरत, माशा इ अल्लाह वे तेरी सूरत..मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया… कैलाश खेर के गीतों पर दर्शक झूमने पर मजबूर हो गये. मौका था हिंदी साहित्य विकास परिषद की ओर से रविवार को धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में आयोजित साहित्य महोत्सव के समापन समारोह का. उनके मंच पर आते ही चारों ओर तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी. उन्होंने अपनी पहली गीत पर ही समा बांध दिया और एक से बढ़कर एक गीतों की प्रसतुति मंच से दी.