Diwali 2020: दिवाली के त्याहोर पर आतिशबाजी की परंपरा काफी पुरानी है. इस साल कई राज्यों में पटाखे पर बैन लगाया गया है. जबकि, कई राज्यों में पटाखे फोड़ने के लिए समय निर्धारित किया गया है. आज बात करते हैं पटाखे मतलब आतिशबाजी के इतिहास की. दरअसल, दिवाली पर आतिशबाजी के बिना कुछ अधूरा रह जाता है. भगवान श्रीराम लंका विजय करके लौटे तो घर-घर दीपक जलाए गए थे. उसी वक्त से दीपोत्सव शुरू हुआ था. लेकिन, आतिशबाजी कब से शुरू हुई?