भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है. इस समिति में मैरी कॉम, डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव और दो अधिवक्ता के नाम शामिल हैं. पिछले कुछ दिनों से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ कुछ महिला और पुरुष पहलवान जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं.

विनेश फोगाट ने लगाया यह आरोप

विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया जैसे पदकवीर पहलवानों की मांग है कि फेडरेशन को तुरंत भंग किया जाये और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष इस्तीफा दें. पहलवानों ने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वह कानून का दरवाजा खटखटायेंगे और अध्यक्ष के खिलाफ मामला भी दर्ज करायेंगे. गुरुवार को देर रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के याथ पहलवानों की बैठक भी हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला.

भारतीय रेसलिंग महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव भी कमेटी में

जांच समिति के सदस्य और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि हम बैठेंगे और सबकी बात सुनेंगे और आरोपों को देखने के बाद निष्पक्ष जांच करेंगे और निष्पक्ष न्याय देने की कोशिश करेंगे. इस बीच कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है और अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की सीरे से खारिज कर दिया है.

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इस्तीफा देने को तैयार नहीं हैं बृजभूषण सिंह

बृजभूषण सिंह ने कहा है कि उनके ऊपर लगाये गये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और सभी आरोप बेबुनियाद हैं. वह आरोपों के साथ इस्तीफा नहीं देंगे और 22 जनवरी को होने वाले महासंघ की वार्षिक आम बैठक में जवाब देंगे. इधर आरोप लगाने वाले पहलवानों का कहना है कि उन्होंने जो भी आरोप लगाये हैं, उसके साक्ष्य उनके पास मौजूद हैं और जरूरत पड़ी तो कोर्ट में वह सारे सबूत पेश करेंगे. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर शुक्रवार को भी देर शाम पहलवानों से बातचीत कर रहे हैं.