झारखंड की महिला फुटबॉलर्स दूसरे राज्यों से रजिस्ट्रेशन कराने को मजबूर, जानिए क्या है कारण
झारखंड में फुटबॉलरों के लिए एक भी प्रोफेशनल क्लब नहीं है. इस कारण फुटबॉल सत्र खत्म होने के बाद यहां की फुटबॉलरों को अभ्यास में परेशानी होती है. ऐसे में ये फुटबॉलर देश के दूसरे राज्यों के प्रोफेशनल क्लबों से खेलती हैं.
![an image](https://pkwp184.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/01/Gumla-Astham-oroan-1024x640.jpg)
अष्टम उरांव, नीतू लिंडा, अंजली मुंडा, अनीता कुमारी, पूर्णिमा कुमारी, सुधा अंकिता तिर्की, सुनीता मुंडा और अमीषा बाखला सभी झारखंड की फुटबॉलर हैं और भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. इन फुटबॉलरों में नीतू लिंडा व अंजली मुंडा को छोड़ दें, तो शेष अन्य फुटबॉलरों का सीआरएस (सेंट्रलाइज्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम) झारखंड से है ही नहीं. ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) की वेबसाइट को देखें, तो सिर्फ नीतू लिंडा व अंजली मुंडा का झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन (जेएफए) से सीआरएस कराया गया है.
भारतीय टीम की कप्तान ने कर्नाटक फुटबॉल एसोसिएशन से कराया रजिस्ट्रेशन
बाकी खिलाड़ियों का सीआरएस दूसरे राज्य संघों से कराया गया है. फीफा अंडर-17 कप में भारतीय टीम की कप्तान रह चुकी अष्टम उरांव का सीआरएस कर्नाटक स्टेट फुटबॉल एसोसिएशन (केएसएफए) से है. अनीता कुमारी और सुधा अंकिता तिर्की का सीआरएस भी केएसएफए से कराया गया है. वहीं, सुनीता मुंडा व पूर्णिमा कुमारी का सीआरएस तमिलनाडु फुटबॉल एसोसिएसशन (टीएनएफए) से, जबकि अमीषा बाखला का सीआरएस ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) से है.
महिला फुटबॉलर्स और उनका रजिस्ट्रेशन
नीतू लिंडा – जेएफए
अंजली मुंडा – जेएफए
अष्टम उरांव – केएसएफए किकस्टार्ट एफसी
अनिता कुमारी – केएसएफए किकस्टार्ट एफसी
सुधा अंकिता – केएसएफए मिसाका यूनाइडेट
पूर्णिमा कुमारी – टीएनएफए सेथू, मदुरई
सुनीता मुंडा – टीएनएफए सेथू, मदुरई
अमीषा बाखला – एआइएफएफ इंडियन एरॉज
अलग-अलग प्रोफेशनल क्लब से खेलती हैं सभी
झारखंड में फुटबॉलरों के लिए एक भी प्रोफेशनल क्लब नहीं है. इस कारण फुटबॉल सत्र खत्म होने के बाद यहां की फुटबॉलरों को अभ्यास में परेशानी होती है. ऐसे में ये फुटबॉलर देश के दूसरे राज्यों के प्रोफेशनल क्लबों से खेलती हैं. अष्टम उरांव और अनीता कुमारी का करार किकस्टार्ट एफसी कर्नाटक से है. सुनीता मुंडा और पूर्णिमा कुमारी मदुरई की टीम सेथू की ओर से खेलती हैं. सुधा अंकिता तिर्की मिसाका यूनाइटेड एफसी की खिलाड़ी है. वहीं, अमीषा बाखला का इंडियन एरॉज से करार है.
सीआरएस क्या है?
एआइएफएफ ने फुटबॉल लीग या अन्य बड़े नेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ियों का सेंट्रलाइज्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) शुरू किया है. इसके तहत खिलाड़ियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है. इसके तहत खिलाड़ी का एक नंबर दिया जाता है, जो उसके खेल करियर तक रहता है. यह नंबर खिलाड़ी की पहचान होती है. इसमें फुटबॉलर का पूरा बॉयोडाटा ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन व संबंधित राज्य संघ के पास रहता है.