West Bengal News: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में जाने से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को रोका जा रहा है. संदेशखाली में जारी हिंसा की जांच के लिए संदेशखाली जा रही टीम को दक्षिण 24 परगना के भोजेरहाट में रोक दिया गया. विरोध में कमेटी के लोग वहीं धरना पर बैठ गए.

संदेशखाली जा रही फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के लोग धरना पर बैठे

रविवार (25 फरवरी) को संदशखाली से करीब 52 किलोमीटर पहले ही दक्षिण 24 परगना के भोजेरहाट में रोके जाने से नाराज कमेटी के लोग वहीं धरने पर बैठ गए. फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के एक सदस्य ओपी व्यास ने कहा कि हमलोग यहां धरना पर बैठे हैं. हम पुलिस के खिलाफ शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैं. बंगाल पुलिस ने हमें गैरकानूनी तरीके से यहां रोक रखा है. हमें आगे नहीं बढ़ने दे रहे. हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है. हम मुख्यमंत्री, राज्यपाल, केंद्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री से इसकी शिकायत करेंगे.

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दुनिया के सामने बंगाल की कौन सी तस्वीर पेश करना चाहते हैं

फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य ओपी व्यास ने कहा कि रामनवमी के दौरान भी ऐसा ही हुआ था. उन्होंने हमें रोक दिया था. ये लोग हमसे कुछ छिपाना चाहते थे. हमें समझ नहीं आ रहा कि पश्चिम बंगाल की यह सरकार दुनिया के सामने राज्य की कैसी तस्वीर पेश करना चाहती है.

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बंगाल में संवैधानिक संस्थाएं ध्वस्त, कानून हाथ में ले रही पुलिस

ओपी व्यास ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में संवैधानिक मशीनरी ध्वस्त हो चुकी है. उन्होंने पुलिस को भी आड़े हाथ लिया. कहा कि दु्र्भाग्य से पुलिस भी गैरकानूनी आदेशों का पालन करने में लगी है. ये लोग कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमलोग संदेशखाली के पीड़ितों से मिलना चाहते हैं. उनकी व्यथा सुनना चाहते हैं. हमें अपना काम करने से रोका जा रहा है.

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