झारखंड: सांप काटने के बाद इलाज के लिए महिला घंटों भटकती रही, हालत गंभीर, सिविल सर्जन ने दिए जांच के आदेश
धालभूमगढ़ सुड़गी निवासी रीमा धीवर को रविवार की रात सांप ने डंस लिया. स्थिति खराब होने पर परिजन सबसे पहले धालभूमगढ़ सीएचसी लेकर गये, जहां डॉक्टरों ने एंटी स्नेक बाइट वेनम नहीं होने की बात कहकर दूसरी जगह ले जाने को कहा.
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जमशेदपुर: सांप काटने के बाद इलाज के लिए घंटों भटकने के बाद इलाज किया गया. मरीज के परिजनों का आरोप है कि बाहर से दवा देने के बाद इलाज किया गया. इधर, सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व सदर अस्पताल में एंटी स्नेक बाइट वेनम उपलब्ध है. इसके बाद भी मरीज को दवा क्यों नहीं दी गयी. इस मामले की जांच की जाएगी. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी ने कहा कि एमजीएम अस्पताल में एंटी स्नेक बाइट वेनम काफी मात्रा में उपलब्ध है. रीमा धीवर रविवार की रात को एमजीएम इमरजेंसी में भर्ती हुई है. उसकी स्थिति गंभीर है. वे खुद उसकी जांच कर रहे हैं.
घंटों भटकने के बाद भी हुआ इलाज
धालभूमगढ़ सुड़गी निवासी रीमा धीवर को रविवार की रात सांप ने डंस लिया. स्थिति खराब होने पर परिजन सबसे पहले धालभूमगढ़ सीएचसी लेकर गये, जहां डॉक्टरों ने एंटी स्नेक बाइट वेनम नहीं होने की बात कहकर दूसरी जगह ले जाने को कहा. रीमा धीवर का भाई बादल धीवर ने बताया कि जब उन्होंने घाटशिला अस्पताल ले जाने की बात कही, तो वहां के स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि वहां भी इसकी दवा नहीं है. सीधे एमजीएम लेकर जाएं. एमजीएम आने पर डॉक्टरों ने कहा कि इंजेक्शन नहीं है. उसके बाद वे लोग टीएमएच, गंगा मेमोरियल, आदित्यपुर स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग, सदर अस्पताल गये, लेकिन सभी जगह दवा नहीं होने की बात कही गयी. उसके बाद फिर एमजीएम आने पर बाहर से इंजेक्शन खरीदकर दिया गया. तब डॉक्टरों ने इंजेक्शन दिया. पीड़िता का इलाज एमजीएम की इमरजेंसी में चल रहा है.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सदर अस्पताल में एंटी स्नेक बाइट वेनम उपलब्ध है. उसको इंजेक्शन क्यों नहीं दिया गया है. यह जांच का विषय है. इसकी जांच की जायेगी. इसमें अगर कोई कर्मचारी या डॉक्टर दोषी मिलते हैं तो कार्रवाई की जायेगी.
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एमजीएम में चल रहा इलाज
सर्पदंश से पीड़ित रीमा धीवर के भाई बादल धीवर ने जानकारी दी है कि जब उन्होंने मरीज को घाटशिला अस्पताल ले जाने की बात कही, तो स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि घाटशिला अस्पताल में भी इसकी दवा उपलब्ध नहीं है. इसे एमजीएम लेकर जाएं. एमजीएम आने पर डॉक्टरों ने कहा कि यहां इंजेक्शन नहीं है. आखिरकार वे टीएमएच, गंगा मेमोरियल आदित्यपुर स्थित एक प्राइवेट नर्सिंग, सदर अस्पताल गये, लेकिन सभी जगह दवा नहीं होने की बात कही गयी. उसके बाद फिर एमजीएम आए. उन्होंने बाहर से इंजेक्शन खरीदकर दिया. इसके बाद डॉक्टरों ने मरीज को इंजेक्शन दिया. पीड़िता का इलाज एमजीएम में चल रहा है.
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एंटी स्नेक बाइट वेनम काफी मात्रा में है उपलब्ध
एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी ने कहा कि एमजीएम अस्पताल में एंटी स्नेक बाइट वेनम काफी मात्रा में उपलब्ध है. रीमा धीवर रविवार की रात को एमजीएम इमरजेंसी में भर्ती हुई है. उसकी स्थिति गंभीर है. उसको हम खुद जांच कर रहे हैं. पिछली रात को 10 एंटी स्नेक बाइट वेनम इंजेक्शन दिया जा चुका है. 10 बाइट वेनम सोमवार को दिया गया. सांप के डंसने के बाद मरीज की आंख बंद होने लगती है. उसके लिए एक इंजेक्शन दिया जाता है जो अस्पताल में नहीं है. उसके लिए कोई टेंडर भी नहीं भरता है क्योंकि उसकी जरूरत बहुत कम मरीजों को होती है. वही इंजेक्शन बाहर से मंगाया गया है. इसके अलावा कोई भी इंजेक्शन नहीं मंगाया गया.
ये हैं खास बातें
एंटी स्नेक बाइट वेनम उपलब्ध नहीं होने की बात कहकर किया परेशान
कई अस्पतालों में घूमने के बाद भी नहीं मिला पीड़ित को एंटी स्नेक बाइट वेनम
एमजीएम से जाकर फिर लौटने पर बाहर से खरीदा, तब दी गयी इंजेक्शन
एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी बोले उपलब्ध है दवा
सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने कहा कि सभी जगह उपलब्ध है दवा
सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी बोले, दोषियों पर होगी कार्रवाई
सांप काटने के घंटों बाद तक एंटी वेनम के लिए भटकती रही पीड़िता
मरीज के परिजनों का आरोप, एमजीएम और सदर में नहीं थी इंजेक्शन