वाराणसी में रंगभरी एकादशीः पालकी पर होकर सवार, मां गौरा आईं ससुराल…खूब उड़ा अबीर और गुलाल
बाबा विश्वनाथ की नगरी में शुक्रवार को मां गौरा के गौने का पूरा शहर साक्षी बना. भोलेनाथ मां गौरा की विदाई कराकर काशी विश्वनाथ मंदिर में विराजे. शोभायात्रा जब हरिश्चंद्र घाट पर पहुंची तो भोले बाबा और मां पार्वती ने जलती चिताओं के बीच भस्म की होली खेली.
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वाराणसी (यूपी): बाबा विश्वनाथ की नगरी में शुक्रवार को रंगभरी एकादशी की धूम रही. काशी में मौका था मां गौरा के गौने का, जिसका साक्षी पूरा शहर बना. बाबा, गौरा की विदाई कराकर काशी विश्वनाथ मंदिर में विराजे. महंत आवास से लेकर मंदिर परिसर तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई.
भक्तों ने गाना बजाकर नाचकर जश्न मनाया. पालकी में सवार मां गौरा और बाबा विश्वनाथ की प्रतिमाओं के भक्तों ने दर्शन किए. काशी की गलियों में मथुरा के अबीर और गुलाल की होली खेली गई. शोभायात्रा देखकर हर किसी के कदम रुक गए. हर-हर महादेव के जयघोष से गलियां गूंज उठीं. शोभायात्रा जब हरिश्चंद्र घाट पर पहुंची तो भोले बाबा और मां पार्वती ने जलती चिताओं के बीच भस्म की होली खेली.
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