Bareilly : दादा मियां के उर्स में जुटीं सियासी हस्तियां, आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा की मुलाकात से उठे सवाल
आईएमसी प्रवक्ता डॉ. नफ़ीस ने कहा कि कुल शरीफ में काफी समय से शामिल होते हैं. कुल शरीफ में भाजपा सरकार के मंत्री समेत प्रमुख लोग शामिल हुए थे.
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Bareilly News : यूपी विधानसभा चुनाव-2022 काफी नजदीक है. हर किसी की निगाह सियासी गतिविधियों पर लगी हुई है. ऐसे में हजरत दादा मियां के कुल शरीफ में जुटीं सियासी लोगों की गुफ्तगू के भी सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं. लखनऊ स्थित दरगाह हजरत दादा मियां पर उर्स चल रहा है.
कुल शरीफ के मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री मोहसिन रजा, बरेली के इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी शामिल हुए. कुल शरीफ की रस्म के बाद नेताओं में हुई सियासी गुफ़्तुगू के बुधवार को सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं.सियासी हलकों में नेताओं की मुलाकात की चर्चा शुरू हो गई है.
आईएमसी प्रमुख की विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर सपा और कांग्रेस आदि दलों से बातचीत चल रही है. मगर इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री मोहसिन रजा से कुल शरीफ में मुलाकात के सियासी हलकों में मायने निकाले जाने लगे हैं.हालांकि, आईएमसी प्रवक्ता डॉ. नफ़ीस ने कहा कि कुल शरीफ में काफी समय से शामिल होते हैं. कुल शरीफ में भाजपा सरकार के मंत्री समेत प्रमुख लोग शामिल हुए थे. यहां बातचीत हुई थी, लेकिन सियासी मुलाकात नहीं थी. उन्होंने कहा कि पार्टियों से गठबंधन की बात चल रही है. दरगाह दादा मियां के सजजादानशीं फरहत मियां भी सियासत से जुड़े हैं. वो प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव के काफी नजदीक हैं. इसलिए और भी सियासी मायनों को बल मिल रहा है.
दिवाली बाद तय करेंगे गठबंधन की दिशा : आईएमसी प्रवक्ता डॉ. नफ़ीस खां ने बताया कि दीपावली के बाद गठबंधन तय हो जाएगा. सपा और कांग्रेस समेत प्रमुम दलों से बातचीत चल रही है. गठबंधन में मुख्य मांग दंगा आयोग बनाने की है, जो भी पार्टी दंगा आयोग बनाएगा.उस पार्टी से ही गठबंधन होगा. बता दें कि आइएमसी 2012 विधानसभा चुनाव में एक सीट जीत चुकीं है.बरेली की भोजीपुरा विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम जीतकर विधायक बने थे. हालांकि, वह बाद में सपा में शामिल हो गए थे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद