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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को ओडिशा के पुरी में सेंट्रल संस्कृत यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल लोगों को ‘पंच प्रण’ की शपथ दिलायी. इसके उपरांत उन्होंने कहा कि हर भारतीय को अंग्रेजों से विरासत में मिली गुलामी की मानसिकता से मुक्त होना चाहिए.
सीतारमण ने कहा कि भारत का विकसित और आत्म निर्भर होने का सपना तभी साकार होगा, जब हम इस शपथ के मार्ग पर चलेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औपनिवेशिक मानसिकता की हर निशानी को हटा देने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
सीतारमण के साथ कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने शपथ को पढ़ा, जिसमें कहा गया, ‘हम भारत को वर्ष 2047 तक विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की शपथ लेते हैं, हम औपनिवेशिक मानसिकता की हर निशानी को हटाने की शपथ लेते हैं, हम शपथ लेते हैं कि अपनी विरासत का जश्न मनाएंगे, हम एकता को मजबूत करने एवं देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने की शपथ लेते हैं और हम शपथ लेते हैं कि एक नागरिक की सभी जिम्मेदारी निभाएंगे.’
Also Read: ओडिशा दौरे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बोलीं- 2047 तक भारत को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने का संकल्पइस दौरान सीतारमण के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि शहीदों के सम्मान में पीएम ने ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान की शुरुआत की है. मैं, आप सबका और भी अच्छे भारत के लिए शपथ लेने का धन्यवाद करता हूं. केंद्रीय वित्त मंत्री ने प्रधान की मौजूदगी में पुरी जिले में मशहूर स्वतंत्रता सेनानी जयी राजगुरु के जन्मस्थान बीरहरेकृष्णापुर में मेरी माटी, मेरे देश अभियान के तहत अमृत कलश (पवित्र घड़े) में माटी एकत्रित की.
सीतारमण ने पुरी जिले में अभियान के अंतर्गत शहीदों और स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया. इससे पूर्व, केंद्रीय वित्त मंत्री ने 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर पहुंचीं और पूजा-अर्चना की. सीतारमण के साथ इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, स्थानीय विधायक जयंत षाड़ंगी तथा ललितेंदु विद्याधर महापात्र मौजूद थे. केंद्रीय वित्त मंत्री ने मंदिर में आधे घंटे से अधिक समय पूजा की.
सीतारमण ने मशहूर रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक के ‘मेरी माटी, मेरा देश’ पर आधारित रेत कला सत्र भी देखा. भुवनेश्वर में सीतारमण और प्रधान आज एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और इसके बाद राष्ट्रीय सीए सम्मेलन के 20वें संस्करण के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे. सीतारमण ओडिशा की दो दिवसीय यात्रा के लिए बुधवार रात भुवनेश्वर पहुंचीं थीं.