लोकसभा चुनाव काे लेकर तृणमूल ने शुरु की तैयारी,ममता बनर्जी ने दिया सख्त निर्देश,सरेआम बयानबाजी पर अब कार्रवाई
राज्य स्तर के पार्टी प्रवक्ता से भी ममता बनर्जी नाराज दिख रही है नये प्रवक्ता नियुक्त करने की जिम्मेदारी सुब्रत व अभिषेक बनर्जी को सौंपी गयी.पार्टी में लोकतंत्र है. जो भी कहना है, वह पार्टी के भीतर कहें.
![an image](https://pkwp184.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/02/Mamata-assembly-9.jpg)
लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) धीरे-धीरे पार्टी की कमान अपने हाथों में ले रही हैं. इसका संकेत हाल ही में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद विधानसभा भवन में अपने कक्ष में विभिन्न जिला संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की. इसके बाद तृणमूल के शीर्ष नेता विभिन्न जिलों के नेतृत्व को बुलाकर पार्टी की ‘दिशा’ तय करने में जुट गये. ममता बनर्जी ने बुधवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिला तृणमूल नेतृत्व के साथ बैठक में यह स्पष्ट कहा है कि वह लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में फूट की लड़ाई या परस्पर विरोधी बयान नहीं देखना या सुनना चाहती हैं. बैठक में उन्होंने कड़ा संदेश भी दिया था. अगामी शुक्रवार को ममता मुर्शिदाबाद जिले के शीर्ष तृणमूल नेताओं के साथ बैठक करेंगी.
नये-पुराने नेताओं को लेकर चल रहे विवाद पर ममता सख्त
पिछले कुछ दिनों से नये- पुराने तृणमूल नेताओं के बीच चल रही बयानबाजी पर पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सख्त चेतावनी दी. उन्होंने साफ कहा है कि यदि कोई सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा है कि पार्टी में लोकतंत्र है. जो भी कहना है, वह पार्टी के भीतर कहें. बाहर कोई ऐसा बयान न दें, जिससे पार्टी की छवि खराब हो. हाल के दिनों में राज्य स्तर के पार्टी प्रवक्ता के बयान पर भी ममता बनर्जी ने सख्त नाराजगी जतायी. उन्होंने सुब्रत बख्शी व अभिषेक बनर्जी को दायित्व सौंपा है कि वह नये प्रवक्ता नियुक्त करें.
Also Read: पश्चिम बंगाल : 20 जनवरी को प्रिंसेप घाट में बंग संगीत उत्सव आयोजित करेगी भाजपा
नये प्रवक्ता नियुक्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी सुब्रत व अभिषेक को
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी ने कहा कि अपने निजी स्वार्थ को अलग रख कर लोकसभा चुनाव के कामकाज में हिस्सा लेना होगा. पार्टी के प्रति सभी निष्ठा के साथ काम करें. यह भी कहा गया है कि पार्टी ने कर्मचारियों को किसी न किसी काम पर लगाया है. उनके दायित्व भी बांट दिये गये हैं. पार्टी के निर्देश के मुताबिक ही सभी को चलना होगा. बताया गया है कि पांच से छह महत्वपूर्ण जिलों की बैठक में स्वयं मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगी.
Also Read: शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा ने किया थाना घेराव, सड़क पर बैठे सुकांत मजूमदार, हंगामा जारी
जिलों को लेकर राज्य के शीर्ष नेता करेंगे बैठक
बाकी जिलों को लेकर राज्य के शीर्ष नेता बैठक करेंगे. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री मानस भुइंया ने कहा कि पार्टी नेत्री ने सभी को एकजुट होकर काम करने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने खुलेआम बयानबाजी पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही हैं. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर सभी की राय एक नहीं हो सकती है. इसकी चर्चा पार्टी के भीतर करनी होगी. सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करने पर कार्रवाई होगी.
Also Read: पश्चिम बंगाल : सोनिया गांधी ने राज्य में छह सीटों पर गठबंधन को लेकर ममता बनर्जी को भेजा प्रस्ताव