PHOTOS: धनबाद के बस्ताकोला कोलडंप में वर्चस्व की लड़ाई में जमकर चली गोलियां, कई घायल
बस्ताकोला कोलडंप में ट्रक लोडिंग में वर्चस्व को लेकर बुधवार को संयुक्त मोर्चा व जनता श्रमिक संघ के समर्थकों में भिड़ंत हो गयी. इस दौरान दोनों ओर से जमकर मारपीट व पत्थरबाजी हुई, जिसमें दोनों ओर से आधा दर्जन लोग घायल हो गये.
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बस्ताकोला कोलडंप में ट्रक लोडिंग में वर्चस्व को लेकर बुधवार को संयुक्त मोर्चा व जनता श्रमिक संघ के समर्थकों में भिड़ंत हो गयी. इस दौरान दोनों ओर से जमकर मारपीट व पत्थरबाजी हुई, जिसमें दोनों ओर से आधा दर्जन लोग घायल हो गये. भिड़ंत के दौरान कोलडंप में दो दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग भी की गयी. उससे भगदड़ मच गयी. पुलिस ने घटनास्थल से चार खोखा बरामद किया है. बाद में धनबाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच तीन ट्रकों की लोडिंग करायी. घटना के बाद वहां तनाव बना हुआ है. पहली बार इस तरह की भिड़ंत में सिंह मेंशन में दो फाड़ देखा गया. दोनों पक्षों में मेंशन समर्थक थे.
क्या है मामला
बस्ताकोला डंप में ट्रक लोडिंग के लिए बस्ताकोला प्रबंधन ने बुधवार से 12 ट्रकों का अलॉटमेंट किया था. उनमें लोडिंग प्वाइंट पर तीन ट्रक पहुंचे थे. लोडिंग को लेकर बुधवार की सुबह से ही संयुक्त मोर्चा के सैकड़ों असंगठित मजदूर कोलडंप में जुटने लगे थे, जबकि विधि-व्यवस्था को लेकर सीआइएसएफ और पुलिस भी कोलडंप पर मौजूद थी. तीन ट्रकों को संयुक्त मोर्चा के मजदूर लोडिंग करने लगे. तभी वहां जनता श्रमिक संघ के समर्थक मजदूरों ने अपना हक मांगते हुए ट्रक लोडिंग रोक दी. उसको लेकर दोनों गुटों में भिड़ंत हो गयी.
दोनों ओर से जमकर पथराव होने लगे, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. इसी बीच फायरिंग शुरू हो गयी. सूचना पाकर धनबाद डीएसपी अरविंद कुमार बिन्हा व झरिया, बैंक मोड़, धनसार थाना व बोर्रागढ़ ओपी की पुलिस के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचा. पुलिस की निगरानी में तीन ट्रकों में कोयला लोडिंग करायी गयी.
घटना के बाद सीआइएसएफ और पुलिस ने ड्रोन उड़ा कर मामले को कैद किया. डीएसपी अरविंद कुमार बिन्हा ने धनसार पुलिस को शांतिपूर्ण तरीके से लोडिंग कराने का निर्देश दिया है. घटना के बाद कोलडंप में अभी भी तनाव बना हुआ है. इधर, जश्रसं को दरकिनार कर काम शुरू करने पर उनके समर्थकों ने राजापुर व बस्ताकोला आउटसोर्सिंग का उत्पादन देर शाम तक ठप रखा. आक्रोशित समर्थकों का आरोप था कि प्रबंधन पक्षपात कर रहा है.
इस घटना का ठीकरा जश्रसं की संयुक्त महामंत्री रागिनी सिंह ने बस्ताकोला कोलियरी प्रबंधन व जिला प्रशासन पर फोड़ा है. जिला प्रशासन व प्रबंधन पर सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बस्ताकोला कोलियरी में प्रबंधन की चूक की वजह से परियोजना लोडिंग प्वाइंट पर टकराव की घटना घटी. कोलियरी प्रबंधन ने अपने वरीय पदाधिकारियों को अंधकार में रखा है. जश्रसं को संयुक्त मोर्चा ने अलग रखा है. वार्ता में प्रबंधन ने कभी नहीं बुलाया, जबकि स्थानीय लोग जश्रसं से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि अगर जमश्रं से जुड़े लोगों को काम नहीं मिला तो पूरे एरिया का चक्का जाम कर दिया जायेगा. प्रबंधन ने जनता श्रमिक संघ के नेताओं से बगैर सहमति बनाये डीओ एलॉटमेंट बनाकर बुधवार से ट्रक लोडिंग शुरू करा दी, जिसके कारण भिड़ंत हो गयी.
दोनों पक्षों में तीन राउंड हुई मारपीट
परियोजना लोडिंग प्वाइंट पर खाली ट्रक कांटा होने के लिए सुबह 9:20 बजे ट्रक के लोडिंग प्वाइंट पहुंचने की सूचना पर जनता श्रमिक संघ के समर्थक करीब 10 मिनट बाद ही पहुंच कोयला लोड करने लगे. उसका विरोध संयुक्त मोर्चा के समर्थकों ने किया. उसके बाद दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया. पथराव होते ही संयुक्त मोर्चा के समर्थक पीछे हट गये. 10 मिनट के अंदर दोनों पक्षों में तीन राउंड जमकर मारपीट व पथराव हुआ. इस दौरान संघ के समर्थक कम संख्या में होने कारण पीछे हटने लगे.
सिंह मेंशन की दोनों यूनियनें पहली बार आमने-सामने
पहली बार किसी आंदोलन में सिंह मेंशन की यूनियन जनता मजदूर संघ व जनता श्रमिक संघ के समर्थक अलग-अलग खेमे में दिखाई दिये. नवगठित जनता श्रमिक संघ में जमसं के समर्थक ही शामिल हुए हैं, जिसकी देखरेख भाजपा नेत्री रागिनी सिंह करती हैं, जबकि जमसं के महामंत्री सिद्धार्थ गौतम हैं. बुधवार को कोलडंप पर दोनों संगठनके समर्थक एक दूसरे के विरोध में खड़े थे. इससे पूर्व परियोजना लोडिंग प्वाइंट में यही दोनों यूनियनों के समर्थक जनता मजदूर संघ के बैनर तले रोजगार की मांग कर रहे थे, पर जश्रसं बनने के बाद जमसं संयुक्त मोर्चा के पक्ष मे चला गया.
दोनों पक्षों ने की है थाना में शिकायत
घटना के बाद दोनों पक्षों ने धनसार थाना में अलग-अलग शिकायत की है. एक पक्ष के नवल पासवान ने पप्पू पासवान, अमित गुप्ता, बुधन मंडल, नारायण पासवान, शंकर कुमार, चंदन सिंह, प्रेम गोप, विकास सिंह सहित अज्ञात के खिलाफ शिकायत की है. उसमें कहा है कि बस्ताकोला कोलडंप में ट्रक लोडिंग की जा रही थी, तभी उक्त लोगों ने वहां आकर मजदूरों के साथ मारपीट की और गोलियां चलायी.
जबकि दूसरे पक्ष के प्रदीप पासवान ने अमरेंद्र सिंह, रामकृष्ण पाठक, सोनू पाठक, मनीष पाठक, विनोद सिंह, लक्ष्मण, गणेश, पंकज, गौतम पासवान, उमाशंकर चौहान, सोनू, कृष्णा चौहान, विनीत पांडा, पारस यादव, मतलू अंसारी, शंकर रवानी सहित अन्य के खिलाफ धनसार थाना में शिकायत की है. कहा है कि हमलोग ट्रक लोडिंग करने गये थे, तभी इन लोगों ने जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए मारपीट की.
मजदूरों को पिस्टल का भय दिखाकर भगाने लगे. फायरिंग भी की. उसके बाद हमलोग भाग खड़े हुए. वहीं संयुक्त मोर्चा और बस्ताकोला कोलियरी प्रबंधन ने भी काम में बाधा डालने की शिकायत की है.
क्या कहते हैं डीएसपी
प्रशासन यहां शांतिपूर्ण तरीके से लोडिंग कराने के लिए प्रतिबद्ध है. दोनों गुटों में भिड़त के बाद पुलिस ने नियंत्रण कर ट्रक लोडिंग करायी है .यहां विधि-व्यवस्था में बाधा डालने वालों को बख्शा नहीं जायेगा.
अरविंद कुमार बिन्हा, डीएसपी, धनबाद
संयुक्त मोर्चा के आवेदन पर एलाटमेंट बनाया गया था. प्रबंधन ने सभी युनियनों को आपस में सहमति बनाकर ट्रक लोडिंग करने की बात कही थी. ट्रक लोडिंग को लेकर सीआईएसएफ व पुलिस को सुरक्षा के लिए पत्र दिया गया था.
के शर्मा, पीओ, बस्ताकोला कोलियरी.
घटना स्थल से चार खोखा बरामद हुआ है. पुलिस हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ दिया है. दोनों पक्षों से शिकायत मिली है. मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
राजदेव सिंह, थाना प्रभारी, धनसार.
रागिनी सिंह समर्थक जनता श्रमिक संघ ने लेटर पैड पर लोडिंग में 50% मजदूरों की हिस्सेदारी की मांग प्रबंधन से की थी. जनता मजदूर संघ की ओर से रुद्र प्रताप सिंह अपने समर्थकों के साथ लोडिंग प्वाइंट पर जमे हुए थे, जबकि जनता श्रमिक संघ की ओर से पप्पू पासवान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे.