विशाल मंदिर रूपी isko cave में है अतुलनीय विशेषताएं, इसकी सभ्यता को दामोदर घाटी सभ्यता का नाम दिया गया 6

हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड स्थित नापोकला पंचायत में विश्वप्रसिद्ध मध्यपाषाण कालीन इसको गुफा है. इसको की शैलदीर्घा के ऊपर विशाल विस्तृत चट्टान के छत के नीचे विशाल गुफा है. यह गुफा का विस्तृत चट्टान लगभग 6 एकड़ में फैला हुआ है.

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शैलदीर्घा में बनाये गये चित्र के अनुसार यह वही सूर्य मंदिर हो सकता है. इस मंदिर के 100 से अधिक स्तंभ अभी भी इस गुफा में है. स्तंभों के अवशेष और प्रकृति निर्मित वेदियां इस विशाल मंदिर रूपी गुफा में अतुलनीय विशेषताएं हैं. इस गुफा की ऊंचाई लगभग 20 -30 फीट है.

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इसको गुफा के पश्चिमी छोर पर दर्शक दीर्घा से युक्त एक मुक्त मंच भी है, जिसके केंद्र में 5 इंच व्यास का एक छेद है, जो 12 इंच गहरा है. यह मुक्त मंच भी मंदिर का एक भाग हो सकता है जहां सामूहिक कृत्य संपन्न होते होंगे. शैलदीर्घा में नदी की भी चित्रलिपि है.

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इसको गुफा की सभ्यता को दामोदर घाटी सभ्यता का नाम दिया गया है. शैलचित्रों के अनुसार, यहां 24 नगर होंगे. यह गुफा राजधानी के रूप में होगी.

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इसको गुफा में हैमर (फेंककर चोट पहुंचाने के लिए), हैंड (काटने- कूदने के लिए), भाले की नोक (चमड़ा छिलने के लिए) एवं माइक्रोलिथ छोटे और धारदार चाकू आदि औजार सम्मिलित है.