Jharkhand News, पूर्वी सिंहभूम न्यूज (मो परवेज) : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल से 70 किलोमीटर दूर गुड़ाबांदा प्रखंड के बीहड़ में बारूनमूठी, ठुरकूगोड़ा और बारीकियां गांव से सटे पहाड़ों में बेशकीमती खनिज संपदा पन्ना रत्न का भंडार है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर भूतत्व एवं खान विभाग के मुख्य निरीक्षक ज्योति शंकर सतपति के नेतृत्व में 7 सदस्यीय टीम पन्ना रत्न भंडार का सर्वे कर रही है. 8 सितंबर से सर्वे जारी है. इस दौरान टीम के सदस्यों ने तीनों जगहों से पत्थरों का सैंपल लिया. इस कार्य में कई मजदूरों को भी लगाया गया है. टीम के सदस्य ड्रोन कैमरे से इलाके की फोटोग्राफी भी करा रहे हैं.

घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन की पहल पर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पन्ना रत्न भंडार का सर्वे करा रही है. इसके पूर्व भी यहां सर्वे हो चुका है और पूरी रिपोर्ट राज्य सरकार को खान एवं भूतत्व विभाग ने दे चुकी है. राज्य सरकार केंद्र को रिपोर्ट भेजी थी पर इस दौरान कोरोना संकट के कारण मामला अधर में लटक गया था. अब फिर से एक बार गुड़ाबांधा इलाके में पन्ना रत्न भंडार का सर्वे कार्य हो रहा है. इससे उम्मीद है कि अब राज्य सरकार सरकारी स्तर पर लीज देगी. नीलामी के बाद यहां खदान खुलेगा. इससे इस बीहड़ इलाके की तस्वीर और तकदीर बदलेगी. कभी यह नक्सलवाद के लिए कुख्यात था. आज पन्ना भंडार के लिए चर्चित है.

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सर्वे टीम के मुताबिक यहां करीब 600 एकड़ वन भूमि और पहाड़ों में पन्ना का भंडार है. पूर्व में जब सर्वे हुआ था तब भूतत्व विभाग ने दावा किया था कि इन तीनों गांव से सटे पहाड़ों में लगभग 6700 किलो पन्ना का भंडार है. इतना ही नहीं लगभग 20 मीटर गहराई तक भंडार होने का दावा भी किया गया था. यह भी कहा गया था कि यहां का पन्ना रत्न उच्च क्वालिटी का है. अब राज्य सरकार अगर यहां सरकारी स्तर पर प्लीज देकर खदान खोलती है तो इस इलाके में खुशहाली आएगी.

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Posted By : Guru Swarup Mishra