जापानी वाहन निर्माता होंडा कार्स इंडिया उत्पादन लागत में बढ़ोतरी को देखते हुए जनवरी से अपने वाहनों के दाम बढ़ाने की योजना बना रही है. कंपनी का कहना है कि यह बढ़ोतरी उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के बोझ को कम करने के लिए की जा रही है.

प्रोडक्शन कॉस्ट की वजह से बढ़ने जा रही प्राइस

होंडा कार्स इंडिया के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग एंड सेल्स ) कुणाल बहल ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी उत्पादन लागत बढ़ने की वजह से अगले महीने से वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी करेगी. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक मॉडलों में की जाने वाली बढ़ोतरी को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. हालांकि एलिवेट मॉडल को बाजार में उतारने के समय तय की गई कीमतें 23 दिसंबर तक ही वैध रहेंगी.

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कई अन्य कंपनियों के कारें हो जाएंगी महंगी

होंडा के अलावा अन्य कई वाहन निर्माता कंपनियां भी जनवरी में अपने वाहनों के दाम बढ़ाने की योजना बना रही हैं. इनमें मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, ऑडी इंडिया, टाटा मोटर्स और मर्सिडीज-बेंज इंडिया शामिल हैं.

कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि

वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा की जा रही इस बढ़ोतरी के कई कारण हैं. इनमें सबसे प्रमुख कारण उत्पादन लागत में बढ़ोतरी है. उत्पादन लागत में बढ़ोतरी के पीछे कई कारक हैं, जिनमें कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि, श्रम लागत में वृद्धि और परिवहन लागत में वृद्धि शामिल हैं.

बीएस-6 मानकों को लागू करना

दूसरा कारण है, सरकार द्वारा लगाए गए नए नियमों का पालन करने के लिए होने वाले खर्च में वृद्धि. सरकार द्वारा लगाए गए नए नियमों में बीएस-6 मानकों को लागू करना, ईंधन दक्षता मानकों को बढ़ाना और सुरक्षा मानकों को कड़ा करना शामिल हैं.

मार्केट में कंपटीशन

तीसरा कारण है, बढ़ती प्रतिस्पर्धा. वाहन निर्माता कंपनियों को अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने के लिए अपने उत्पादों की कीमतों में वृद्धि करनी पड़ रही है.

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