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बरसोल क्षेत्र में 8 से 10 घंटे बिजली मिल रही है. बिजली कटौती से किसानों को ज्यादा परेशानी हो रही है. मालूम हो कि अभी गरमा धान के लिए पानी का पटवन जरूरी है. बिजली कटौती का कोई समय निर्धारित नहीं है. सुबह, दोपहर, शाम व रात को एक- एक घंटे के अंतराल पर कटौती हो रही है. बताया जा रहा है कि दामोदर वैली कॉरपोरेशन द्वारा बिजली कटौती शुरू करने के कारण झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की कमी शुरू हो गयी है. विभागीय अभियंता की मानें तो इससे भी अधिक कटौती होने की संभावना है. प्रखंड में जेबीवीएनएल के लगभग 50 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं जो परेशानियों का सामना कर रहे हैं.
डीवीसी की ओर से 6 मेघावाट ही मिल रही बिजली
सिंहपुरा ग्रिड के बहरागोड़ा, जगन्नाथपुर पॉवर हाउस के लिए 10 मेगावाट बिजली की जरूरत है. जबकि, डीवीसी की ओर से अभी 5 से 6 मेघावाट ही बिजली मिल रही है. जिससे क्षेत्र में 10 से 12 घंटे बिजली कटौती की जा रही है. -दिवाकर उरांव, कनीय अभियंता
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अभी पहली बार खेत में पानी देना जरूरी : किसान
इधर, किसान श्यामल माइति, मलय बाड़ी, रवि चांद दास, पवन दास, मानस पाल, कवि पाल, गौरांग पाल आदि का कहना है खेत में धान की अच्छी पैदावार हुई है, अभी पहली बार खेत में पानी देना जरूरी है. बिजली से चालित मोटर पंप से ही खेत में पानी देना पड़ रहा है, लेकिन एक घंटे के अंतराल पर बिजली कटने से सिंचाई में परेशानी हो रही है. कई किसान डीजल पंप की सहायता से खेत में पानी दे रहे हैं. लेकिन उसमें बहुत ही ज्यादा खर्च है, मुनाफा कम होगा. दूसरी ओर मुख्य कैनाल में भी पानी नहीं है.
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