हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद चंपई सोरेन ने किया सरकार बनाने का दावा किया
राजभवन स्थित दरबार हॉल में पहुंचने पर सबसे पहले हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया.
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रांची : हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद झामुमो के वरिष्ठ नेता और सरायकेला से विधायक सह मंत्री चंपई सोरेन ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. उन्होंने राज्यपाल को 45 विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंप दिया है. हालांकि, राज्यपाल ने इस बाबत कुछ भी नहीं कहा है. उन्होंने इस विषय पर सिर्फ विचार करने की बात कही है. सीएम आवास में बुधवार को दिन भर इडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के बाद शाम होते ही झारखंड का राजनीतिक परिदृश्य बदलने लगा. राजभवन के अधिकारी भी कार्यालय में मौजूद थे.
इस बीच सत्ता पक्ष के विधायकों ने शाम 7:00 बजे राजभवन में मिलने का समय मांगा. राजभवन द्वारा शाम 7:50 बजे मिलने का समय दिया गया. इसके बाद ही राजनीति गर्म हो गयी. सीएम आवास में पहले से मौजूद झामुमो, कांग्रेस, राजद, माले के विधायक व मंत्री पर्यटन विभाग की तीन बसों पर सवार होकर 8:17 बजे राजभवन के समीप पहुंचे. ये लोग अंदर जाना चाह रहे थे, लेकिन इन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. रात 8:35 बजे इडी के अधिकारी हेमंत सोरेन को लेकर राजभवन पहुंचे. राजभवन स्थित दरबार हॉल में पहुंचने पर सबसे पहले हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया.
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चंपई ने दावा पेश किया
इधर, चंपई सोरेन के साथ राजभवन के निर्देश के आलोक में पांच विधायक भी राजभवन पहुंचे. इनमें आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, विनोद सिंह व सत्यानंद भोक्ता शामिल थे. पांचों विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है. इसके बाद चंपई सोरेन ने 45 विधायकों की सूची सौंपते हुए राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया. राज्यपाल से विचार का आश्वासन मिलने के बाद चंपई सोरेन, आलमगीर आलम व प्रदीप यादव राजभवन गेट से पैदल ही बाहर आये. यहां चंपई सोरेन मीडिया से मुखातिब हुए.
47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है : आलमगीर
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे और उनकी गिरफ्तारी के बाद जेएमएम सरकार को 47 विधायकों को समर्थन प्राप्त है. जेएमएम सरकार को कोई खतरा नहीं है. गठबंधन में शामिल सभी विधायक एकजुट हैं. इन विधायकों की सहमति का पत्र, जिसनें विधायकों के हस्ताक्षर हैं, राज्यपाल को सौंप दिया गया है. साथ ही राज्यपाल के समक्ष नयी सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने कहा है कि समर्थन पत्र मिल गया है. जल्द ही इसकी सूचना उन्हें दी जायेगी.