आम से खास बनने का सफर है ‘इन्फ्लुएंसर’, सोशल मीडिया मार्केट में 25 फीसदी की दर से बढ़ रहा है कारोबार
पांच वर्षों में सोशल मीडिया मार्केटिंग में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है. इन्फ्लुएंसर ऐसे व्यक्ति होते हैं, जिन्होंने किसी विशिष्ट क्षेत्र या विषय में विशेषज्ञ के रूप में फॉलोवर्स के बीच अपनी विश्वसनीय पहचान बनायी है.
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नयी दिल्ली, प्राची खरे. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इन्फ्लुएंसर के जरिये उत्पादों को बेचने के बढ़ते चलन के साथ देश के इस बाजार में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. आइएनसीए की इंडिया इन्फ्लुएंसर रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मार्केट में कारोबार हर वर्ष 25 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है और वर्ष 2025 तक इस क्षेत्र में कारोबार 2200 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. रिपोर्ट में यह भी तथ्य सामने आया है कि प्रोडक्ट या ब्रांड मार्केटिंग के लिए सेलिब्रिटीज के मुकाबले इन्फ्लुएंसर लोगों पर ज्यादा गहरा प्रभाव छोड़ रहे हैं, जिससे देश की छोटी-बड़ी कंपनियों ने इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए अच्छा बजट तैयार करना शुरू कर दिया है. आप अगर अपने ज्ञान व बातों से लोगों को प्रभावित करने का गुण रखते हैं, तो इन्फ्लुएंसर के रूप में लोकप्रियता हासिल कर सकते हैं.
बीते पांच वर्षों में सोशल मीडिया मार्केटिंग में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है. इन्फ्लुएंसर ऐसे व्यक्ति होते हैं, जिन्होंने किसी विशिष्ट क्षेत्र या विषय में विशेषज्ञ के रूप में फॉलोवर्स के बीच अपनी विश्वसनीय पहचान बनायी है. ये विभिन्न प्रकार की जानकारी एवं जीवन के व्यक्तिगत अनुभवों को फॉलोवर्स के साथ साझा करते हैं. फॉलोवर्स की रुचि को समझते हुए उन्हें किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करते हैं. प्रोडक्ट की सच्ची जानकारी व विश्वसनीय रिव्यू देने के चलते फॉलोवर्स इनकी बातों से प्रभावित होकर प्रोडक्ट की खरीददारी करते हैं, जिससे प्रोडक्ट की सेल बढ़ जाती है.
यही वजह है कि मौजूदा दौर में छोटी-बड़ी कंपनियां इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग पर अच्छी रकम खर्च कर रही हैं. सोशल मीडिया मार्केटिंग के इस नये ट्रेंड की लोकप्रियता से 1500 से अधिक फॉलोवर्स रखनेवाले इन्फ्लुएंसर घर बैठे 50 से 70 हजार रुपये प्रतिमाह कमा रहे हैं. आप भी अगर एक सफल इन्फ्लुएंसर के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं, तो इन कदमों के साथ आगे बढ़ सकते हैं.विषय चयन के साथ करें शुरुआत इन्फ्लुएंसर बनने का सफर आपको अपनी रुचि के क्षेत्र या विषय के चयन से शुरू करना होगा.
चयनित विषय से संबंधित बेहतरीन व रोचक जानकारी ऑडियंस से साझा करनी होगी. जैसे कुछ इन्फ्लुएंसर ने कुकिंग को चुना है और कुछ ने मेकअप आर्टिस्ट इन्फ्लुएंसर के रूप में अपनी पहचान बनायी है. घूमने के शौकीन ट्रेवलिंग को अपना विषय चुनते हैं. इसी तरह आप अपने हुनर को पहचानें और उसे अपनी लोकप्रियता का माध्यम बनाने की शुरुआत करें. तैयार करें दिलचस्प कंटेंट इन्फ्लुएंसर के रूप में आपको हमेशा ऐसा कंटेंट तैयार करने पर फोकस करना होगा, जिसमें ऑडियंस दिलचस्पी ले.
शॉर्ट रील्स या वीडियो में आपके पास किसी का ध्यान आकर्षित करने के लिए केवल कुछ सेकेंड का समय होता है, तो कंटेंट को हल्के-फुल्के व दिलचस्प तरीके से दर्शकों तक पहुंचाया जाना चाहिए. आपके कंटेंट में अधिक से अधिक जानकारी होनी चाहिए, जिससे आप पर ऑडियंस की विश्वसनीयता बढ़े. किसी कंटेंट को अधिक-से-अधिक ऑडियंस देखें, इसके लिए इन्फ्लुएंसर को सोशल मीडिया मार्केटिंग स्ट्रेटजी तैयार करनी होती है. अच्छी ऑडियंस प्राप्त करने और अपने फॉलोवर्स की संख्या बढ़ाने के लिए आपको यह भी निर्धारित करना होगा कि कंटेंट कब और कितने समय सीमा के अंतराल में पोस्ट करना है.
बेहतर होगा कि आप अन्य इन्फ्लुएंसर्स को भी देखें और उनसे अच्छा कंटेंट अपनी ऑडियंस को देने का प्रयास करें. अपनी ऑडियंस को पहचानेंकिसी भी विषय का चयन कर उससे संबंधित कंटेंट तैयार करने और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले आपको अपनी टारगेट ऑडियंस को पहचानना होगा. एक इन्फ्लुएंसर बनने के लिए आपका अपनी ऑडियंस के साथ मजबूत बाॅन्ड होना बेहद जरूरी है. यह बॉन्ड ही आपमें ऑडियंस के बीच पसंद किये जानेवाले टॉपिक के सेलेक्शन की समझ विकसित करेगा.
ऑडियंस की रुचि के बारे में जानने के लिए आप अपने विषय से संबंधित अन्य इन्फ्लुएंसर्स की पोस्ट्स देख सकते हैं. आप चाहें तो उनके साथ मिलकर भी कुछ कंटेंट तैयार कर सकते हैं. एक बात विशेष रूप से ध्यान रखें कि दूसरे इन्फ्लुएंसर से आप आइडिया जरूर लें, लेकिन उन्हें कॉपी न करें. ऑडियंस के बीच अलग पहचान बनाने का प्रयास करें और किसी भी प्रोडक्ट की विश्वसनीय जानकारी ही ऑडियंस को दें.
पोस्ट्स की नियमितता बनाये रखें ऐसा कई बार होता है कि लोग अपने कंटेंट को पोस्ट करने की शुरुआत पूरे उत्साह व जोश के साथ करते हैं, लेकिन कुछ पोस्ट के बाद ही उनके नये वीडियोज अपलोड होने का अंतराल लंबा होता जाता है. ऐसे में आपके कंटेंट के प्रति दर्शकों की रुचि कम हो सकती है. नियमितता की कमी से आपके फॉलोवर्स भी कम हो सकते हैं. बेहतर होगा कि आप नियमित रूप से कंटेंट व वीडियो अपलोड करने के लिए एक शेड्यूल तैयार करें. आपने दैनिक, साप्ताहिक या मासिक, जिस हिसाब से शेड्यूल बनाया है, उसके अनुसार कंटेंट पोस्ट करें. ऐसे शुरू होगी कमाईफॉलोवर्स की संख्या बढ़ने के साथ आप अपने पोस्ट के माध्यम से कमाई करना शुरू कर सकते हैं.
इसके लिए इंस्टाग्राम या यू-ट्यूब के माध्यम से अपने वीडियोज की मार्केटिंग करना शुरू करें. आप अपने यू-ट्यूब कंटेंट पर लोगों को विज्ञापन देने की अनुमति दे सकते हैं. गूगल एडसेंस का प्रयोग करके आप गूगल को अपने वीडियो डिसप्ले करने की इजाजत दे सकते हैं. एक बार आप इन्फ्लुएंसर के रूप में दर्शकों के बीच जगह बनाने में सफल हो जायेंगे, तो आपको वीडियो के दौरान ब्रांड लोगो दिखाकर, कंपनी का नाम लेकर या किसी अन्य तरह से प्रोडक्ट व ब्रांड की पब्लिसिटी करने के ऑफर खुद-ब-खुद मिलने लगेंगे.
इन्फ्लुएंसर की श्रेणियां
मेगा-इन्फ्लुएंसर : एक मिलियन से अधिक फॉलोवर्स (सेलेब्रिटी).
मैक्रो-इन्फ्लुएंसर : इनके फॉलोवर्स की संख्या 5 से 10 लाख होती है.
माइल्ड-टायर इन्फ्लुएंसर : 50 हजार से 5 लाख फॉलोवर्स
माइक्रो-इन्फ्लुएंसर : 10 से 50 हजार फॉलोवर्स
नैनो-इन्फ्लुएंसर : 1 से 10 हजार फॉलोवर्स
भारत में 80 मिलियन कंटेंट क्रिएटर
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भारत में लगभग 80 मिलियन कंटेंट क्रिएटर हैं, जिनमें वीडियो स्ट्रीमर, इन्फ्लुएंसर और ब्लॉगर शामिल हैं. हाल में किये गये एक सर्वेक्षण के अनुसार 2025 तक 25 फीसदी की बढ़त के साथ देश में कंटेंट क्रिएटर्स की संख्या 290 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है.
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अमेरिकन कॉरपोरेट इन्वेस्टिगेशन एंड रिस्क कंसल्टिंग फर्म क्रोल के अनुसार, पिछले एक साल में एक तिहाई से अधिक भारतीय ब्रांडों ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के लिए अपना बजट दोगुना कर दिया है.
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मार्केटिंग प्रोफेशनल्स माइक्रो-इन्फ्लुएंसर्स के माध्यम से रीजनल लैंग्वेज कैंपेन पर खर्च बढ़ा रहे हैं.
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डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी आइक्यूबवायर की ओर से किये गये सर्वेक्षण की मानें तो, एक तिहाई से अधिक इंटरनेट यूजर किसी भी सामान की खरीददारी से पहले लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इन्फ्लुएंसर द्वारा उस सामान के रिव्यू से संबंधित पोस्ट को देखना पसंद करते हैं.