पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत बीजेपी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनो के खिलाफ हो रहे किसानों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि बंगाल के लोगों को संदेश है कि भारत सरकार ने देश को लूट लिया है उन्हें वोट नहीं करना. अपने बंगाल को बचाना. अगर कोई वोट मांगने आए तो उनसे पूछना कि हमारा MSP कब मिलेगा, धान की कीमत 1850 हो गई है वो कब मिलेगी.

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नंदीग्राम में पत्रकारों से बात करते हुए राकेश टिकैत ने जिक्र किया कि जिस दिन संयुक्त मोर्चा चाह लेगी, किसान संसद में नई मंडी खोल देंगे. एक बार फिर ट्रैक्टर दिल्ली में दाखिल होगी. हमारे पास 3.5 लाख ट्रैक्टर्स और 25 लाख किसान हैं. हमारा नया टारगेट संसद में फसल बेचना है.

राकेश टिकैत ने ने शनिवार को कोलकाता में एक महापंचायत (सार्वजनिक सभा) आयोजित की और लोगों से पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट करने का आग्रह किया . बता दें कि इससे पहले किसान नेताओं ने कहा था की बंगाल में कई जगहों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा और किसानों से बीजेपी के खिलाफ वोट करने की अपील की जाएगी.

कोलकाता में बैठक के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि हम लोगों को यह बताने के लिए नंदीग्राम जा रहे हैं कि एमएसपी पर फसलों की खरीद नहीं की जा रही है. हम नंदीग्राम के किसान और आम जनता ने बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील करेंगे क्योंकि उन्होंने पूरे देश को लूट लिया .

इससे पहले शुक्रवार को 40 से अधिक किसान सगंठनों का समूह संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को कोलकाता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था और लोगों से बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील की थी.

संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि विधानसभा चुनावों में हार के बाद ही मोर्चा केंद्र की भाजपा सरकार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए मजबूर करेगा. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने संवाददाताओं से कहा कि वे किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं. साथ ही कहा की वह लोगों को यह भी नहीं बता रहे हैं कि किस पार्टी को वोट देना है. लेकिन उनकी एकमात्र अपील यह है कि वो बीजेपी को वोट नहीं दें ,इसके जरिये ही बीजेपी को सबक सिखाया जा सकता है.

बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत ने पहले कहा था कि वह आगामी चुनावों में भाजपा को हराने के लिए किसानों से आग्रह करने के लिए कोलकाता जाएंगे, लेकिन उन्होंने दावा किया था कि वह किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं कर रहे हैं और ना ही करेंगे.

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पश्चिम बंगाल के 294 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में टीएमसी और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर है. मतदान 27 मार्च से 29 अप्रैल तक आठ चरणों में होंगे.2 मई को नतीजे घोषित होंगे. बंगाल चुनाव में इस, बार सबकी नजरे नंदीग्राम सीट पर टिकी हुई है क्योंकि इस सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ उनके पूर्व सहयोगी और करीबी नेता शुभेंदु अधिकारी बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.

Posted By: Pawan Singh