पश्चिम बंगाल में राशन वितरण घोटाले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मामले में गिरफ्तार पूर्व खाद्य मंत्री व मौजूदा वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक (Forest Minister Jyotipriya Mallik) उनके परिजनों व करीबियों की संपत्तियों से जुड़े तथ्यों को जुटाने में लगा है. जांच के तहत गत ईडी के अधिकारियों ने सॉल्टलेक स्थित ‘अरण्य भवन’ स्थित वन मंत्री के कार्यालय में तलाशी अभियान चलाया. अभियान के दौरान ईडी को संपत्तियों से जुड़े अहम दस्तावेज मिले हैं. बताया जा रहा है कि मंत्री के कार्यालय से केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों को मल्लिक के परिजनों के नाम से करीब 10 करोड़ रुपये की सावधि जमा, जीवन बीमा के दस्तावेज और धान कारोबार से जुड़े कुछ रसीद मिले हैं. ईडी की ओर से आशंका जतायी गयी है कि मल्लिक के कार्यालय से संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज राशन वितरण घोटाले से जुड़े हो सकते हैं.

ज्योतिप्रिय अपने नाम से ही धान खरीदते और बेचते थे

यह बात सामने आ रही है कि ज्योतिप्रिय अपने नाम से ही धान खरीदते और बेचते थे. कार्यालय से करीब 800 खाली बैकडेटेड स्टैंप पेपर भी मिले हैं. हालांकि, इसकी जांच जारी है. गौरतलब है कि ईडी ने पूर्व खाद्य मंत्री मल्लिक को राशन वितरण घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए गत 27 अक्तूबर को उनके सॉल्टलेक स्थित आवास से गिरफ्तार किया था. ईडी ने घोटाले को लेकर अपनी पहली चार्जशीट स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में दाखिल कर चुकी है. चार्जशीट में मंत्री मल्लिक ही नहीं, बल्कि उनके करीबी माने जानेवाले व्यवसायी बकीबुल रहमान का नाम भी है. रहमान, उसके परिजनों व करीबियों की संपत्ति भी ईडी की जांच के दायरे में है. ईडी ने 162 पन्नों की चार्जशीट में दावा किया है कि राज्य में 450 करोड़ रुपये से ज्यादा का राशन घोटाला हुआ है.

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