Agra News: 10 साल की एनवायर्नमेंट एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंजुगम ने ताजमहल के बाहर फैली गंदगी के खिलाफ आवाज उठाई थी. उन्होंने 21 जून को ताजमहल के बाहर यमुना नदी के किनारे प्लास्टिक और कूड़े के ढेर की एक फोटो शेयर की थी. इस फोटो के वायरल होने के बाद आगरा नगर निगम ने सफाई एजेंसी पर 1 लाख का जुर्माना लगा दिया. जिसके बाद ताजमहल के उस हिस्से में फैली गंदगी को भी हटा लिया गया था. इस बात पर एक तरफ लिसिप्रिया ने योगी सरकार की तारफी की है तो राजस्थान की गहलोत को नसीहत दी है.

बता दें मणिपुर की रहने वाली दस साल की एनवायरमेंट एक्टिविस्ट लिसिप्रिया ने बीते 21 जून को ताजमहल के पीछे पड़े प्लास्टिक के अंबार की एक फोटो ट्वीट की थी. इस ट्वीट ने आगरा के जिला प्रशासन और नगर निगम को ताजमहल के पीछे प्लास्टिक पॉल्यूशन की सफाई के साथ-साथ प्लास्टिक के खिलाफ अभियान शुरू करने को मजबूर कर दिया. इस ट्वीट के बाद सभी ने एनवायरमेंट एक्टिविस्ट लिसिप्रिया के काम को सराहा था. शनिवार को अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसिप्रिया कंगुजम फिर ताज के पीछ स्थित दशहरा घाट पर पहुंची. यहां इस बार का दृश्य पूरी तरह बदला हुआ था, जिसे देख लिसीप्रिया काफी प्रसन्न नजर आईं.

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वहीं लिसीप्रिया ने राजस्थान की आनासागर झील में फैले प्लास्टिक प्रदूषण की तस्वीर शेयर की थी. चार दिन बीत जाने के बाद भी झील का हाल जस का तस बना हुआ है. इस बात पर एनवायरमेंट एक्टिविस्ट ने ट्वीट में सीएम अशोक गहलोत के लिए लिखा कि मैंने आपको अजमेर की आनासागर झील में प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में बताया, लेकिन आप 4 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. यूपी में ताजमहल के पास फैले गंदगी को साफ करने में एक दिन से भी कम समय लगा.