उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल के मशहूर तीर्थ गंगासागर के लिए जा रहे साधुओं (Monks) को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में कथित तौर पर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है. उन्होंने पूछा कि आखिरकार बंगाल में यह माहौल क्यों है ? उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है और कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा किया है. गौरतलब है कि इस मामले अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है

पुरुलिया जिले में साधुओं के एक समूह को कथित तौर पर भीड़ द्वारा पीटे जाने के वायरल वीडियो पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि “तुष्टिकरण की राजनीति ने ऐसा माहौल बनाया है. पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. सवाल यह है कि ऐसी हिंदू विरोधी सोच क्यों है? पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था चरमरा गई है.

अब तक 12 लोगों को किया गया है  गिरफ्तार

पुरुलिया जिले में साधुओं के एक समूह पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के वायरल वीडियो पर पुरुलिया के एसपी अभिजीत बनर्जी का कहना है कि तीन साधु एक वाहन में जा रहे थे. गौरांगडीह के पास, तीन लड़कियां एक स्थानीय काली मंदिर की ओर जा रही थीं. जब कार उनके पास रुकी और साधुओं ने उनसे कुछ पूछा. भाषा के मुद्दों के कारण कुछ गलतफहमियां हुईं और लड़कियों को लगा कि साधु उनका पीछा कर रहे हैं. स्थानीय जनता आई और साधुओं को दुर्गा मंदिर के पास ले गई और उनके कार के साथ तोड़-फोड़ की. साधुओं के साथ भी मारपीट की गई. पुलिस ने साधुओं को हर संभव सहायता प्रदान की. एक साधु की शिकायत पर मामला शुरू किया गया है. अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जांच जारी है.

बंगाल में साधु-संत भी सुरक्षित नहीं

पुरुलिया के भाजपा सांसद ज्योर्तिमय सिंह महतो काे जब इस घटना की जानकारी मिली तब वह शुक्रवार की रात अचानक थाने पहुंच कर तीनों साधुओं को अपने घर ले गये. उन्होंने कहा कि तीनों संतों को शनिवार को गंगासागर भेजा जाएगा. संतों पर हुए इस हमले की घटना पर बीजेपी लगातार ममता बनर्जी पर कटाक्ष करती नजर आ रही है. पुरुलिया के बीजेपी सांसद ज्योतिर्मय ने कहा, ‘इस राज्य में माफिया से साधु-संत भी सुरक्षित नहीं हैं. बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना महाराष्ट्र के पालघर साधुओं के नरसंहार से की और बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने दावा किया कि जिन लोगों ने सरेआम पिटाई की, वे सभी तृणमूल आश्रय प्राप्त अपराधी हैं.

  बंगाल में शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है : सुकांत मजूमदार

इस बीच, बीजेपी बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी हमले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है.उनका कहना है कि गंगासागर जा रहे साधुओं को टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा, जो पालघर त्रासदी की तरह है. ममता के शासन में शाहजहां जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है, जबकि साधुओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है. पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है .

क्या कहना है  तृणमूल नेता और राज्य मंत्री शशि पांजा का

तृणमूल नेता और राज्य मंत्री शशि पांजा ने कहा, गांव के लोगों ने संदेह के आधार पर भिक्षुओं की पिटाई की. पुलिस संतों को थाने ले गई. इस घटना में शामिल होने के संदेह में पुलिस पहले ही 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. फिर भी भाजपा लोगों को गुमराह करने की अपनी सामान्य प्रथा पर उतर आई है. जब बीजेपी आईटी सेल के लड़कों ने रेप किया तो अमित मालवीय चुप रहे. और अनुराग बंगाल में कानून व्यवस्था की बात क्यों कर रहे हैं, उन्होंने ही देश के गद्दारों को अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए गोली मारने का फैसला सुनाया था. उसे जेल में होना चाहिए.

Also Read: I-N-D-I-A गठबंधन से अलग होंगी ममता बनर्जी? डिजिटल बैठक से पहले दिया जोरदार झटका