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WB News : पश्चिम बंगाल में राजभवन की एक संविदा कर्मचारी द्वारा दुर्व्यवहार का आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस (Governor Dr. C.V. Anand Bose) ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें लगता है कि उनके खिलाफ ऐसे और भी आरोप लगेंगे. आरोपों को ‘बेतुका नाटक’ करार देते हुए बोस ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा कि कोई भी उन्हें ‘भ्रष्टाचार को उजागर करने और हिंसा पर अंकुश लगाने के उनके दृढ़ प्रयासों’ से नहीं रोक पाएगा.
राजभवन में एक और भी भयावह साजिश रची गई : राज्यपाल
राजभवन की ओर से जारी, रिकॉर्ड किए गए एक बयान में बोस ने कहा, राजभवन में एक और भी भयावह साजिश रची गई है.उन्होंने आरोपों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि एक दिन उन्हें 1943 में बंगाल के भीषण अकाल तथा 1946 में कलकत्ता में हुयी हत्याओं के लिए भी दोषी ठहराया जाएगा. उन्होंने कहा, यह राज्य में काम कर रही राजनीतिक ताकतों की प्रकृति है.राज्यपाल ने कहा कि उन्हें बताया गया कि वह बंगाल में कुछ राजनीतिक दलों से क्या उम्मीद कर सकते हैं.उन्होंने कहा, मैंने कई तूफानों का सामना किया है.
राजनीतिक दल ने मेरे खिलाफ रची है साजिश
मैं, मेरे खिलाफ साजिश रच रहे उस राजनीतिक दल से कहता हूं कि यह कोई तूफान नहीं है. यह केवल तेज हवा की तरह है. अगर तुम्हें एहसास हो कि मैं तूफान हूं तो आश्चर्यचकित मत होना. अपने शस्त्रागार से सभी हथियार बाहर लाओ. इसे मेरे खिलाफ इस्तेमाल करो मैं चाहता हूं, मैं तैयार हूं मैं बंगाल के अपने भाइयों और बहनों के मान-सम्मान के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा.
तृणमूल ने मामले की निष्पक्ष जांच की रखी मांग
तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और उद्योग मंत्री शशि पांजा ने शुक्रवार को कहा कि इसके पीछे पार्टी का कोई एजेंडा और कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल की दुर्व्यवहार की कथित घटना चौंकाने वाली है और इस पर विश्वास करना मुश्किल है कि यह राजभवन के अंदर हुआ है.शशि ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, किसी राज्यपाल के खिलाफ इस तरह का आरोप पहले कभी नहीं लगा. इससे निश्चित रूप से राज्यपाल के पद की प्रतिष्ठा कम हुई है. हम मांग करते हैं कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
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राज्यपाल किसी महिला मंत्री को राजभवन जाने से कैसे रोक सकते है
पांजा ने यह भी सवाल किया कि कोई राज्यपाल किसी महिला मंत्री को राजभवन जाने से कैसे रोक सकते है? आरोप सामने आने के बाद बोस ने आदेश दिया था कि राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य को राजभवन में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.पांजा ने कहा, राज्यपाल ऐसा कैसे कर सकते हैं? वह इतने आश्वस्त कैसे हो सकते हैं कि इन आरोपों के सामने आने के बाद हम महिला मंत्री राजभवन जाने की इच्छुक हैं?.
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