West Bengal : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करोड़ों रुपये के चिटफंड घोटाले में प्रयाग समूह के प्रमुख व सीएमडी वासुदेव बागची को कोलकाता व उसके बेटे अभिक को मुंबई से गिरफ्तार किया है. गत मंगलवार को घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रयाग ग्रुप ऑफ कंपनीज और उसके निदेशकों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोलकाता व मुंबई के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी. घंटों चले अभियान के बाद दोनों की गिरफ्तारी हुई.

ईडी को छापेमारी के दौरान मिले कई अहम दस्तावेज

प्रयाग समूह से जुड़े लोगों और आवासीय परिसरों पर छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल एविडेंस बरामद किये गये हैं. सूत्रों के अनुसार, जब्त दस्तावेजों से जनता को आकर्षक रिटर्न का वादा करके करोड़ों रुपये की ठगी को लेकर अहम तथ्य मिलने की बात सामने आयी है. यह घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जी निवेश योजनाओं के माध्यम से बड़े पैमाने पर संपत्ति जुटाने से जुड़ा हुआ है.

Also Read : Bengal Weather Update : फेंगल चक्रवात का क्या बंगाल पर पड़ेगा असर,जानें मौसम विभाग का अपडेट

प्रयाग समूह ने अवैध योजनाएं चलाकर करोड़ो रुपये कमाये

कोलकाता के न्यू अलीपुर स्थित एक आवासीय इमारत, जोका में साहापुर कॉलोनी स्थित एक रिसॉर्ट व गेस्ट हाउस के अलावा बेहला व हंसपुकुर में भी अभियान चलाया गया. न्यू अलीपुर में वासुदेव वागची का आवास है, जहां चलाये गये अभियान और उससे घंटों पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. प्रयाग ग्रुप का चिटफंड कारोबार पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में फैला हुआ था, जिसमें पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, असम और त्रिपुरा जैसे राज्य शामिल हैं. आरोप है कि प्रयाग समूह और उससे जुड़ी कंपनियों ने अवैध योजनाएं चलाकर आम जनता से 1,900 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुटाई थी और उनसे धोखाधड़ी की गयी.

Also Read : West Bengal : अब पूरे राज्य पर होगी बंगाल सरकार की पैनी निगाह