सीमा की सुरक्षा व नक्सलवाद से लड़ाई में एसएसबी की महत्वपूर्ण भूमिका : शाह
अमित शाह ने सीमाओं की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और बिहार और झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में योगदान के लिए शुक्रवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की सराहना की.
संवाददाता, कोलकाता/सिलीगुड़ी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नेपाल व भूटान जैसे मित्र देशों से लगीं देश की सीमाओं की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और बिहार और झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में योगदान के लिए शुक्रवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की सराहना की. केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह एसएसबी के 61वें स्थापना दिवस परेड पर सिलीगुड़ी में मुख्य अतिथि को तौर पर शामिल हुए. केंद्रीय गृह मंत्री ने इंटीग्रेटेड चैक पोस्ट (आइसीपी) अगरतला व पेट्रापोल में बॉर्डर डिफेंस फोर्स (बीजीएफ) के नवनिर्मित आवासीय परिसर का ई-लोकार्पण भी किया. इस अवसर पर आसूचना ब्यूरो (आइबी) के निदेशक तपन डेका, केंद्रीय गृह मंत्रालय में सचिव सीमा प्रबंधन राजेंद्र कुमार और सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. श्री शाह ने एसएसबी के 61वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सशस्त्र सीमा बल ने नेपाल और भूटान जैसे मित्र देशों से लगीं हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. इसकी सतर्कता और उपस्थिति ने सिलीगुड़ी कॉरिडोर और पूर्वी क्षेत्र में सुरक्षा की भावना सुनिश्चित की है.
वामपंथी उग्रवाद से निबटने में एसएसबी के प्रयासों का उल्लेख करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि एसएसबी ने बिहार और झारखंड में नक्सलवाद को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. अन्य सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस के साथ उनके सक्रिय सहयोग ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवादी गतिविधियों को काफी हद तक कमजोर कर दिया है. उन्होंने कहा कि एसएसबी ने नेपाल-भूटान के साथ विश्वास, विरासत और मित्रता के संस्कार को आगे बढ़ाने का काम किया है. यह पहल देश और सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच संबंधों को मजबूत बनाती है.उन्होंने कहा कि एसएसबी का 61वां स्थापना दिवस राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति हमारे समर्पण की पुष्टि करने का दिन है. एसएसबी के जवानों ने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देने और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए शानदार काम किया है. श्री शाह ने सांस्कृतिक एकीकरण को बढ़ावा देने में एसएसबी की अनूठी पहल की भी सराहना की. श्री शाह ने कहा कि देश के गृहमंत्री को नेपाल और भूटान की 2450 किलोमीटर की सीमा की किंचित मात्र चिंता नहीं है, क्योंकि वहां एसएसबी का जवान खड़ा है.
राष्ट्र विरोधी तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने का अनुरोध
केंद्रीय गृह मंत्री ने एसएसबी से सीमा पर आवाजाही के दौरान राष्ट्र विरोधी तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा : सशस्त्र सीमा बल ने भारत के सीमांत गांवों की संस्कृति, भाषा और समृद्ध विरासत को देश की मुख्यधारा से जोड़ने का अद्वितीय कार्य किया है. एसएसबी ने ””सेवा, सुरक्षा और बंधुत्व””के नारे को अपने कर्तव्यों से चरितार्थ करने का काम किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है