कैनोला ऑयल आयात में नौ करोड़ के शुल्क की चोरी
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) ने कच्चा सरसों तेल की आड़ में फर्जी तरीके से कैनोला ऑयल आयात कर 9 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी (सीमा शुल्क) की चोरी के मामले में शनिवार को एक कंपनी के अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है.
कोलकाता : राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) ने कच्चा सरसों तेल की आड़ में फर्जी तरीके से कैनोला ऑयल आयात कर 9 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी (सीमा शुल्क) की चोरी के मामले में शनिवार को एक कंपनी के अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. डीआरआइ सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार अधिकारी का नाम प्रदीप्त मजूमदार है.
प्रदीप्त मजूमदार अपनी एक आयात कंपनी के जरिये पूरी तरह से बांग्लादेश में उत्पादित दिखाते हुए श्रेणी ए साउथ एशियन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (साफ्टा) के तहत जीरो कस्टम ड्यूटी का अनुचित लाभ उठाते हुए 25 करोड़ से भी अधिक के कैनोला ऑयल का फर्जी तरीके से आयात किया था. नियमानुसार कनाडा से कैनोला ऑयल के आयात पर करीब 35 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी है.
इस तरह से 25 करोड़ के कैनोला आयात कर सीमा शुल्क की लगभग 9 करोड़ रुपये की चोरी की गयी है. डीआरआइ के एक अधिकारी ने बताया कि कनाडा मूल के कैनोला तेल के आयात में शामिल कुछ आयातकों द्वारा साफ्टा के नियमों का दुरुपयोग से जुड़े एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है.
यह आयात करने वाली कई कंपनी बांग्लादेशी मूल के रेपसीड ऑयल / सरसों तेल की आड़ में चोरी छिपे कैनोला ऑयल लाते थे, जो मूल रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा के घोजाडांगा लैंड कस्टम स्टेशन के यहां से साफ्टा समझौते के तहत बिना कस्टम ड्यूटी दिये ही पार करते थे, जबकि वैसे आयातित सामानों पर कस्टम शुल्क 35 प्रतिशत है. इस तरह से कुल 9 करोड़ सीमा शुल्क की चोरी हुई है. डीआरआइ अधिकारियों का मानना है कि और भी कई लोग है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जायेगा.