अक्षय ऊर्जा में दुनिया की राजधानी बन रहा है भारत : जोशी

ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को महानगर के विश्व बांग्ला मेला प्रांगण (पूर्व में मिलन मेला) में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारत न केवल ऊर्जा क्रांति का साक्षी बन रहा है, बल्कि अक्षय ऊर्जा में दुनिया की राजधानी भी बन रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2024 1:33 AM

केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से राष्ट्र की सेवा के लिए राजनीति में शामिल होने का किया आह्वान

कोलकाता. केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को महानगर के विश्व बांग्ला मेला प्रांगण (पूर्व में मिलन मेला) में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारत न केवल ऊर्जा क्रांति का साक्षी बन रहा है, बल्कि अक्षय ऊर्जा में दुनिया की राजधानी भी बन रहा है. केंद्रीय मंत्री शुक्रवार को यहां 21वें युवा भारतीय राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन-टेक प्राइड-2024 में शामिल हुए. इस मौके पर श्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया के सबसे आशाजनक देशों में से एक है.मंत्री ने कहा कि भारत अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में जो कुछ भी करता है, उस पर न केवल दुनिया की निगाह रहती है, बल्कि कई देश इसे अपनाते भी हैं. मंत्री ने कहा कि भारत ने लगभग 15 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता जोड़ी है, जो 7.54 गीगावाट से लगभग दोगुनी है. उन्होंने आगे बताया कि गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षेत्र में भारत की कुल स्थापित क्षमता 214 गीगावाट तक पहुंच गयी है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि को दर्शाती है. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत एकमात्र जी20 राष्ट्र है, जिसने 2015 में पेरिस जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में तय किये गये सतत विकास लक्ष्यों को समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया है. मंत्री ने भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये कई प्रमुख कदमों को भी रेखांकित किया, जैसे कि 24,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआइ) योजना की शुरुआत, जिसका उद्देश्य सौर पैनलों और मॉड्यूल के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है.कौशल विकास और युवा सशक्तीकरण के बारे में बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र युवाओं को आधुनिक तकनीकों और नये कौशल के साथ प्रशिक्षित और सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं का समर्थन कर रहा है, ताकि वे 2047 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में अपनी भूमिका निभा सकें. श्री जोशी ने युवाओं से राष्ट्र की सेवा के लिए राजनीति में शामिल होने के लिए आगे आने का भी आह्वान किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने क्लाइमेंट एक्शन डॉक्यूमेंट का भी लोकार्पण किया.

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