न्यू मार्केट में एक बार फिर मजबूत हुआ हॉकर राज
न्यू मार्केट इलाके में फुटपाथों पर फिर फेरीवालों ने कब्जा कर लिया है, जिससे राहगीरों को सड़क पर चलने में मशक्कत करनी पड़ रही है.
संवाददाता, कोलकाता
शहर के फुटपाथों पर बैठनेवाले हॉकरों को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 25 जून को राज्य सचिवालय में एक प्रशासनिक बैठक कर खास कर कोलकाता नगर नगर निगम के सामने न्यू मार्केट में हॉकर-राज पर नियंत्रण के लिए पुलिस से सख्ती बरतने का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री की इस निर्देश के बाद न्यू मार्केट की विभिन्न सड़कों और फुटपाथों से हॉकरों को हटा दिया गया था, पर एक महीने तक हॉकरों से मुक्त सड़कों और फुटपाथों पर फिर फेरीवालों ने कब्जा कर लिया है, जिससे राहगीरों को सड़क पर चलने में मशक्कत करनी पड़ रही है. न्यू मार्केट में हॉकरों पर नियंत्रण के लिए पिछले सप्ताह टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक हुई : न्यू मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन की शिकायत है कि पुलिस ने हॉकरों को हटा दिया था, लेकिन हॉकरों ने फिर से सड़क और फुटपाथ पर कब्जा कर लिया है. उनका दावा है कि हॉकरों पर नियंत्रण के लिए पुलिस को सख्त होना होगा. सीएम के निर्देश पर जून महीने में ग्रांड होटल के पास स्थित चौरंगी चौराहे का फुटपाथ पूरी तरह से हॉकर मुक्त कर दिया था, लेकिन एक बार फिर फुटपाथ पर हॉकरों ने कब्जा कर लिया है. मजबूरन पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रांड होटल से सटे एसप्लेनेड मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार पर, दोनों तरफ के फुटपाथ पर हॉकरों का कब्जा है. आम नागरिकों मेट्रो की यात्रा करने वाले यात्रियों की शिकायत है कि मेट्रो स्टेशनों में प्रवेश करने और बाहर निकलने में दिक्कत होती है. न्यू मार्केट इलाके में बर्ट्राम स्ट्रीट, हुमायूं पैलेस, रॉक्सी सिनेमा के सामने भी यही हाल है. ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता का आरोप है कि एसएस हॉग मार्केट, न्यू मार्केट फिर हॉकरों के कब्जे में चला गया है. आरोप है, मुख्यमंत्री की बैठक के बाद पहले 15 दिनों तक न्यू मार्केट में फेरीवाले काफी नियंत्रण में थे. लेकिन फिर पुरानी स्थिति देखने को मिल रही है. उन्होंने बताया कि सुबह पुलिस आकर हॉकरों को हटा देती है, लेकिन दोपहर होते-होते वे सड़क पर कब्जा कर लेते हैं. फेरीवालों पर नियंत्रण के लिए पुलिस-प्रशासन को सख्ती बरतनी चाहिए. हॉकर संग्राम कमेटी के महासचिव शक्तिमान घोष ने न्यू मार्केट की सड़कों पर हॉकरों की बढ़ती संख्या के लिए सीधे तौर पर पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने शिकायत करते हुए कहा, पिछले हफ्ते गुरुवार को कोलकाता नगर निगम में टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक में न्यू मार्केट थाने की पुलिस को तीन दिनों के भीतर अवैध फेरीवालों को हटाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन समय सीमा समाप्त होने के बाद भी स्थिति वैसी ही बनी हुई है. पुलिस को बार-बार कहने के बावजूद कुछ नहीं किया जा रहा है. हालांकि न्यू मार्केट थाने की पुलिस का कहना है कि पुलिस लगातार न्यू मार्केट जाकर छापेमारी कर रही है.सीएम के निर्देश के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
प्रवेश द्वार पर अवैध रूप से बैठने वाले हॉकरों पर कार्रवाई करेगा निगम : महानगर के पांच नंबर एसएन बनर्जी रोड निगम मुख्यालय के सामने ही अव्यवस्थित ढंग से हॉकर बैठते हैं. हर साल शाम होते-होते निगम के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने हॉकरों का तांता लग जाता है. इस संबंध में निगम के एक अधिकारी ने बताया हॉकरों को व्यवस्थित ढंग से बैठने के लिए ही अभियान चलाया गया था. महानगर में सर्वे पूरा भो हो चुका है. जल्द ही वैध हॉकरों को हॉकिंग सर्टिफिकेट दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि निगम के सामने जो हॉकर बैठते हैं, वे शाम को कुछ घंटों को लिए ही बैठते हैं. इससे निगम के कामकाज पर असर नहीं पड़ता है, पर निगम ऐसे हॉकरों पर भी जल्द ही नकेल कसेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है