शहर के पांच सरकारी अस्पतालों में आज से खुलेगा फीवर क्लिनिक
स्वास्थ्य विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में निर्देश जारी
कोलकाता. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस को लेकर देशभर में हड़कंप मचा है. कोलकाता में भी एक शिशु के इस वायरस से संक्रमित पाये जाने की खबर के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. सोमवार को राज्य स्वास्थ्य विभाग में स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के नेतृत्व में उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक, स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे.
बैठक में कोलकाता के पांच मेडिकल कॉलेजों एसएसकेएम (पीजी) , आरजी कर, कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज, नील रतन सरकार (एनआरएस) और कोलकाता मेडिकल कॉलेज में मंगलवार से फीवर क्लिनिक खोलने का निर्देश दिया गया. साथ ही डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, एमआर बांगुर, बेलियाघाटा आइडी अस्पताल और बीसी राय शिशु हॉस्पिटल को भी सतर्क रहने व फीवर क्लिनिक खोलने का निर्देश दिया गया है. एमआर बांगुर, आइडी और बीसी राय शिशु अस्पताल को संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है.इन जिलों में भी खुलेंगे फीवर क्लिनिक
स्वास्थ्य विभाग की ओर से उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा और हुगली जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने जिला अस्पतालों में फीवर क्लिनिक खोलने का निर्देश दिया गया है.
हवा से भी वायरस के फैलने का खतरा, ठंड में फैलता है तेजी से
डीसन अस्पताल में क्रिटिकल केयर मेडिसिन के निदेशक डॉ अमिताभ साहा ने कहा कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों पर एचएमपीवी वायरस का अधिक खतरा है. यह वायरस मेडिकल साइंस के लिए नया नहीं है. यह हवा से फैलने वाला वायरस है, जो ठंड में तेजी से फैलता है. किसी व्यक्ति में बुखार व अन्य लक्षण दिखें, तो घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का पालन करना जरूरी है. जैसा कि हमने कोविड-19 महामारी के दौरान किया था. अस्पताल में सांस की तकलीफ वाले रोगियों को वायरल पीसीआर टेस्ट कराने के लिए कहा जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट आने में दो से तीन घंटे का समय लग सकता है. हालांकि, घबराने की जरूरत नहीं है.
पांच वर्ष तक के बच्चों व बुजुर्गों को सतर्क रहने की हिदायत
बैठक में पांच वर्ष तक के बच्चों का विशेष ख्याल रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही 60 से अधिक की उम्र वाले लोगों को भी सतर्क रहने एवं मास्क पहनने की हिदायत दी गयी है. बुखार होने पर तुरंत किसी सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का सुझाव दिया गया है. बच्चों को भी मास्क का प्रयोग करते समय सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है. मास्क पहनने व बार-बार हाथ धोने का सुझाव दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने उस घर को आइसोलेट करने का आदेश दिया, जहां कोई संक्रमित मिले.
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