बीएसएफ ने पेश की मानवता की मिसाल, बांग्लादेशी बहन को कराया भारतीय भाई का अंतिम दर्शन
हां एक ओर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के बीच भारत-बांग्लादेश के बीच तनाव के माहौल बढ़ते जा रहे हैं.
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प्रतिनिधि, बनगांव जहां एक ओर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के बीच भारत-बांग्लादेश के बीच तनाव के माहौल बढ़ते जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर उत्तर 24 परगना जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मानवता की एक मिसाल पेश की. बांग्लादेश में रहनेवाली एक बहन को उसके मृत भारतीय भाई के अंतिम दर्शन कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन पर व्यवस्था की गयी. गुरुवार को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की 67 वीं बटालियन की मुस्तफापुर सीमा चौकी पर ऐसी भावुक घटना हुई. गांगुलाई गांव के अब्दुल खालिद मंडल का निधन हो गया था. बांग्लादेश के सरदार बारिपोटा की रहने वाली उनकी बहन ने अपने भाई को अंतिम विदाई देने की इच्छा जतायी. गांगुलाई के पंचायत सदस्य ने मुस्तफापुर सीमा चौकी के कंपनी कमांडर को सूचित किया. इसके बाद बीएसएफ ने बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स (बीजीबी) के साथ समन्वय कर मृतक की बहन और रिश्तेदारों को जीरो लाइन पर अंतिम दर्शन कराने की व्यवस्था की. इस दौरान दोनों तरफ से लोग भावुक हो गये. दोनों परिवार के सदस्यों ने सीमा बलों द्वारा अपनाये गये मानवीय कदम के लिए बीएसएफ और बीजीबी का आभार जताया. दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ न केवल सीमा की रक्षा करती है, बल्कि सीमावर्ती लोगों की मानवीय और सामाजिक जरूरतों को भी पूरा करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है.
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