बंगाल में आलू का पर्याप्त स्टॉक चिंता की कोई बात नहीं : मंत्री

मंत्री ने बताया कि राज्य में प्रतिदिन 18 हजार मीट्रिक टन आलू की खपत होता.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 1:14 AM
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कोलकाता. आलू की कीमतों में उछाल के बीच राज्य के कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने मंगलवार को विधानसभा में बताया कि चक्रवात डाना के कारण इस वर्ष आलू की खेती को नुकसान पहुंचा है. इसलिए नयी फसल के आने में 15 दिन की देरी हो सकती है. नया आलू 15 जनवरी के बाद ही पूरी तरह से बाजार में आएगा. फिलहाल राज्य में करीब छह लाख दो हजार मीट्रिक टन आलू का स्टॉक है. 40 से 45 दिन तक पुराना आलू चलेगा. इसलिए आलू को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है. मंत्री ने बताया कि राज्य में प्रतिदिन 18 हजार मीट्रिक टन आलू की खपत होता. राज्य में आलू का प्रर्याप्त स्टॉक है. पर कुछ बेईमान व्यापारी कृत्रिम रूप से आलू की कमी दिखा कीमत बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ स्टोर मालिकों और व्यापारियों ने अवैध रूप से आलू को स्टोर कर रखा है. ऐसे 40 व्यवसायियों को चिह्नित भी किया गया है, जिनके खिलाफ राज्य सरकार कार्रवाई करेगी. मंत्री ने आलू के लिए केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मदद से आलू बांग्लादेश भेजा गया है. आठ लाख मीट्रिक टन से ज्यादा आलू का निर्यात किया गया है. बेचाराम मन्ना ने कहा कि राज्य सरकार आलू की कीमतों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है. मंत्री ने प्रोग्रेसिव पोटैटो ट्रेडर्स एसोसिएशन पर भी निशाना साधा. उन्होंने बताया कि हालिया परिस्थिति में राज्य में 30 रुपये प्रति किलो की दर से आलू बेचा जा सकता है. पर एसोसिएशन सहित कुछ अन्य व्यवसायी थोक बाजार में आलू की कीमत बढ़ा कर बेच रहे हैं. इसलिए खुदरा बाजार में आलू के दाम बढ़े हैं. ऐसे व्यवसायियों के खिलाफ राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि टास्क फोर्स के सदस्य कोलकाता समेत राज्यभर के विभिन्न बाजारों पर नजर रख रहे हैं. मंत्री ने यह भी दावा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में पश्चिम बंगाल में आलू के दाम कम हैं.

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