शेख शाहजहां समेत सात के खिलाफ सीबीआई ने अदालत में आरोपपत्र किया दाखिल
आरोपपत्र में शाहजहां के भाई शेख आलमगीर के अलावा उसके सहयोगियों जियाउद्दीन मोल्ला, मफुजर मोल्ला, दीदार बख्श मोल्ला व शिव प्रसाद हाजरा के नाम भी शामिल हैं. इस बात की जानकारी सीबीआई की ओर से मंगलवार को दी गयी है.
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पश्चिम बंगाल में राशन वितरण घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने गत पांच जनवरी को उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में अभियान चलाया था, जहां उन पर हमले हुए. हमले की घटना के बाद से करीब 55 दिनों तक मामले का मुख्य आरोपी व तृणमूल कांग्रेस से निलंबित नेता शेख शाहजहां फरार था, जिसे बाद में राज्य पुलिस ने फरवरी के अंतिम सप्ताह में गिरफ्तार किया. मार्च में कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले की जांच का जिम्मा अपने हाथ में ले लिया और शाहजहां को छह मार्च को अपनी हिरासत में लिया. उक्त मामले में सीबीआई ने शाहजहां समेत सात आरोपियों के खिलाफ बशीरहाट अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया है.
आरोपपत्र में शाहजहां और अन्य आरोपियों पर हत्या की कोशिश का आरोप
आरोपपत्र में शाहजहां के भाई शेख आलमगीर के अलावा उसके सहयोगियों जियाउद्दीन मोल्ला, मफुजर मोल्ला, दीदार बख्श मोल्ला व शिव प्रसाद हाजरा के नाम भी शामिल हैं. इस बात की जानकारी सीबीआई की ओर से मंगलवार को दी गयी है. आरोपपत्र में शाहजहां व अन्य आरोपियों पर भारतीय दंड विधान की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 307 (हत्या का प्रयास) के अलावा दंगा और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने समेत कई अन्य आरोप लगाये गये हैं.केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से बताया गया कि यह मामले में पहली चार्जशीट है.
मामला ईडी अधिकारियों पर हुए हमले की जांच का
पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में शाहजहां के घर पर छापेमारी करने गयी ईडी अधिकारियों की टीम पर करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था. उन्होंने बताया कि ईडी की टीम शाहजहां को गिरफ्तार करने भी गयी थी, क्योंकि घोटाले में जांच के घेरे में आये गिरफ्तार राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के साथ उसके कथित करीबी संबंध थे. शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों पर संदेशखाली में जबरन जमीन कब्जा करने व महिलाओं पर कथित यौन अत्याचार करने के भी आरोप हैं.
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