UP By Election: यूपी उपचुनाव बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए बड़ा झटका, एक-एक वोट को तरसे BSP उम्मीदवार
लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने जिस फ्रॉड अनूप चौधरी को गिरफ्तार किया है, उसकी जालसाजी का धंधा यूपी से लेकर उत्तराखंड तक फैला था. यही नहीं बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी उसने करोड़ों रुपये का लोगों का चूना लगाया है. यूपी के अध्योध्या से अनूप चौधरी की गिरफ्तारी के बाद उसके एक से बढ़कर एक कारनामे सामने आ रहे हैं.
एसटीएफ को जांच में अनूप चौधरी के पास पांच राज्यों के लगभग 320 करोड़ रुपये के अलग-अलग बैंकों चेक मिले हैं. इनमें से कुछ पर अनूप चौधरी के साइन भी हैं. कई ब्लैंक चेक भी बरामद हुए हैं. एक डायरी भी मिली है, जिसमें लेनदेन सहित कई अन्य सूचनाएं दर्ज हैं. अब उनको एसटीएफ के अधिकारी डीकोड कर रहे हैं.
एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार अनूप चौधरी को अयोध्या के सर्किट हाउस से गिरफ्तार किया गया था. जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति स्वयं को राजनेताओं और सरकार को बड़े लोगों के संपर्क में बताकर काम कराने के नाम पर करोड़ों की ठगी कर रहा है. इसी के बाद सोमवार रात को अनूप चौधरी को अयोध्या के सर्किट हाउस से गिरफ्तार कर लिया गया. अनूप के साथ उसका ड्राइवर फिरोज, एक गनर पवन कुमार, डीजीसीए के डिप्टी डायरेक्टर सत्येंद्र वर्मा भी थे. इसमें से सत्येंद्र और पवन को एसटीएफ ने पूछताछ के बाद जाने दिया है.
अनूप चौधरी स्वयं को बीजेपी के कई अनुसांगिक संगठनों का सलाहकार बताता था. यही नहीं उसके बीजेपी के कई नेताओं के साथ फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं. बताया जा रहा है कि उसने अपने बीजेपी नेताओं के संबंधों के सहारे कई बार पुलिस से सरकारी गनर भी लिया. जिस समय ठग अनूप गिरफ्तार किया गया, तब भी उसके साथ गनर के रूप में हेड कांस्टेबल पवन कुमार थे. पूछताछ में यह भी पता चला है कि उसने 19 बार विभिन्न जिलों से गनर की सुविधा ली.
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