UP By Election: यूपी उपचुनाव बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए बड़ा झटका, एक-एक वोट को तरसे BSP उम्मीदवार
बरेली. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद मंगलवार को डेढ़ बजे जब बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी कर रहा था उस समय जिन 25 लाख 71 हजार छात्रों का कलेजा धुक- धुक कर रहा था, उनमें 53 साल का भी एक छात्र था. परिणाम आते ही उत्तर प्रदेश के बरेली की बिथरी चैनपुर विधानसभा से विधायक रह चुके राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल एकदम उछल पड़े. 53 साल की उम्र में उन्होंने इंटर की परीक्षा पास कर ली थी. उनके पहले शब्द थे अब वह वकालत की पढ़ाई करेंगे. पूर्व विधायक पप्पू भरतौल ने बरेली के कैंट क्षेत्र स्थित रुक्स इंटर कॉलेज से पढ़ाई कर 12वीं की परीक्षा दी थी. पूर्व विधायक पप्पू भरतौल ने बरेली के कैंट क्षेत्र स्थित रुक्स इंटर कॉलेज से पढ़ाई कर 12वीं की परीक्षा दी थी.
पूर्व विधायक ने इंटर की परीक्षा में 263 अंक हासिल किए हैं. समाजशास्त्र में 81 और हिंदी में 57 अंक हैं. कला में 36,एजुकेशन में 42,और सिविक्स में 47 अंक हैं. इन तीनों ही विषय की रिचेकिंग कराने की बात वह कर रहे हैं. पूर्व विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल को पास होने की जितनी खुशी थी, उतना मलाल तीन विषयों में कम अंक आने का भी था. उनका कहना है कि फिजिक्स, एजुकेशन, और आर्ट्स में काफी कम अंक हैं. इन तीनों सब्जेक्ट (विषय) का दोबारा मूल्यांकन (रिचेकिंग) कराएंगे.इसके लिए वह जल्दी ही बोर्ड के दफ्तर जाकर आवेदन देंगे. वह कहते है- ” मैंने काफी मेहनत से पढ़ाई कर एग्जाम दिए थे.कॉपियों में काफी लिखा, लेकिन इसके बाद भी तीन विषय में नंबर कम आए हैं.इसलिए एक बार फिर रिचेकिंग करऊंगा ”.
गरीब वकीलों की फीस नहीं दे पाते, मैं बिना फीस लिए केस लडूंगापूर्व विधायक का कहना है कि 10 वीं की पढ़ाई के बाद पढ़ाई छूट गई थी. विधायक बनने के बाद लोगों की मदद करता था. मगर,पार्टी ने टिकट काट दिया. लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था. मगर अब इंटर पास कर लिया है. इसके बाद एलएलबी की जाएगी. एलएलबी करने के बाद एडवोकेट (वकील) बनकर गरीबों को इंसाफ दिलाया जाएगा. क्योंकि, गरीब वकीलों की फीस नहीं दे पाते. इसलिए उनको न्याय नहीं मिल पाता है मगर, अब मैं एलएलबी करने के बाद गरीबों को इंसाफ दिलाने में मदद करूंगा.
सुर्खियों में रहे, भाजपा ने काट दी टिकटबरेली के भाजपा के पूर्व विधायक पप्पू भरतौल हमेशा सुर्खियों में रहते हैं.उन्होंने कुछ समय पहले एक लावारिस बच्ची को गोद लेकर उसका नाम सीता रखा था.उसका इलाज कराया.मगर,कुछ समय बाद लावारिश बच्ची को प्रशासन ने नियमों के चलते वापस ले लिया. अब वह सीता को गोद लेने की लड़ाई न्यायायल में लड़ रहे हैं. विधायक रहने के दौरान विभिन्न मामलों में चर्चित रहे भरतौल कर वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट काटकर राघवेंद्र शर्मा को दिया था.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद