Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को अंतिम अरदास का आयोजन किया गया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी अरदास में पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस संघर्ष का अंत तभी होगा, जब किसानों और पत्रकार रमन कश्यप को न्याय मिलेगा. करीब 55 मिनट अरदास में रहने के बाद प्रियंका वापस दिल्ली लौट गईं. इसके अलावा, राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख चौधरी जयंत सिंह और किसान नेता राकेश टिकैत भी अंतिम अरदास में शामिल हुए.

बता दें, तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी. हिंसा में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए तिकुनिया में अंतिम अरदास का आयोजन किया गया. इस दौरान किसानों की भारी भीड़ देखने को मिली. यूपी के अलाव अन्य प्रदेशों से भी किसान अंतिम अरदास में पहुंचे.

Also Read: Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी मामले में चढ़ा जातिगत रंग, बीजेपी को होगा फायदा?

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी किसानों की अंतिम अरदास में मंच की जगह आम लोगों के बीच बैठीं. किसान नेताओं ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि मंच पर किस भी राजनीतिक दल के नेता को बैठने नहीं दिया जाएगा.

Also Read: Lakhimpur Kheri Violence: जिस लखीमपुर खीरी से केंद्रीय मंत्री के बेटे को मिलना था टिकट, वहीं लिया पंगा

बता दें, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा. राष्ट्रपति कार्यालय से कांग्रेस ने मिलने का समय मांगा था, जिसे मंजूर कर लिया गया है.

बता दें, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एसपी यादव के मुताबिक, 15 अक्टूबर की सुबह रिमांड अवधि खत्म हो जाएगी.

Posted By : Achyut Kumar