UP Chunav 2022: बुलंदशहर की खुर्जा विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. खुर्जा का कनेक्शन तैमूर वंश से रहा है. तैमूर की सेना के कुछ मिट्टी के शिल्पकार यहां रह गए थे. जिसके चलते धीरे-धीरे पॉटरी कारोबार बढ़ता गया. खुर्जा का पॉटरी कारोबार पूरी दुनिया में मशहूर है. खुर्जा विधानसभा सीट पर 10 फरवरी को मतदान होने वाला है.

खुर्जा का सियासी इतिहास

  • 1991 में स्वतंत्र पार्टी के हरपाल ने जीत दर्ज की.

  • 1993 में बीजेपी के हरपाल सिंह ने जीत हासिल की.

  • 1996 में भी बीजेपी के हरपाल सिंह ने जीत बरकरार रखी.

  • 2002 में बसपा के अनिल कुमार ने जीत हासिल की.

  • 2007 में भी बसपा के अनिल कुमार ने जीत का सिलसिला जारी रखा.

  • 2012 में कांग्रेस के बंशी सिंह पहाड़िया को जीत मिली.

  • 2017 में बीजेपी के बृजेंद्र सिंह ने फिर से जीत दर्ज की.

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खुर्जा सीट के मौजूदा विधायक

  • भाजपा के विजेंद्र सिंह ने 2017 में 60 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीता था.

जातिगत वोटर्स (2017 के मुताबिक)

  • जाटव- 57,917

  • खटीक- 14,242

  • वाल्मीकि- 12,569

  • प्रजापति- 10,661

  • जाट- 23,197

  • ब्राह्मण- 45,366

  • ठाकुर- 65,913

  • वैश्य- 15,197

  • मुस्लिम- 60,670

खुर्जा विधानसभा के मतदाता

  • कुल मतदाता- 3,87,328

  • पुरुष- 2,04,480

  • महिला- 1,82,822

खुर्जा सीट की जनता के मुद्दे

  • खुर्जा के पॉटरी कारोबार को मदद की उम्मीद.

  • युवाओं को इलाके में मिले रोजगार के साधन.