UP By Election: यूपी उपचुनाव बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए बड़ा झटका, एक-एक वोट को तरसे BSP उम्मीदवार
क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) एक नई रेल-आधारित सेमी हाई स्पीड, हाई फ्रीक्वेंसी वाली कम्यूटर ट्रांज़िट प्रणाली है. यह 180 किमी प्रति घंटे की गति से चलती है. देश की पहली रैपिड रेल गाजियाबाद में साहिबाबाद से दुहाई तक चलेगी. यह दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर का पहला सेक्शन बनाया गया है. इसकी लंबाई 17 किलोमीटर है. इस रूट पर साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन हैं. रैपिड रेल की टेस्टिंग की जा चुकी है. इसकी रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में तैयार किए जाने वाले कुल आठ आरआरटीएस कॉरिडोर की पहचान की गई है. इनमें से तीन कॉरिडोर को प्रथम चरण में लागू करने की प्राथमिकता दी गई है. जिसमें दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर कॉरिडोर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर शामिल है. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया जा रहा है. यह गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर के शहरी केंद्रों से गुजरते हुए एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगा.
देश में विकसित आरआरटीएस एक अत्याधुनिक क्षेत्रीय गतिशीलता समाधान है. दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आरआरटीएस से इसकी बराबरी की जा सकती है. यह देश में एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए सुरक्षित, विश्वसनीय और आधुनिक आवागमन की सुविधा देगा. पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अनुरूप आरआरटीएस नेटवर्क में रेलवे स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों, बस सेवाओं आदि के साथ व्यापक मल्टी-मॉडल का इंटीग्रेशन होगा. इससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के अवसरों तक पहुंच होगी. वाहनों की भीड़भाड़ और वायु प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी.
देश की पहली रैपिड रेल (Rapid Train) ट्रेन को बेटियां चलाएंगी. इसके अलावा स्टेशन कंट्रोल का जिम्मा भी बेटियों के हाथों में है. ये सभी गाजियाबाद की निवासी हैं. स्टेशन कंट्रोलर अंजू गाजियाबाद की रहने वाली हैं. वह साहिबाबाद स्टेशन कंट्रोलर के पद पर तैनात हैं.
देश की पहले रैपिड ट्रेन के उद्घाटन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने 12 अक्टूबर को गाजियाबाद का दौरा करके तैयारियों का जायजा लिया था. इनके साथ गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह सहित गाजियाबाद के स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद थे. उन्होंने रैपिड ट्रेन, स्टेशन व पीएम मोदी के सभा स्थल का निरीक्षण भी किया था.