Ayodhya: सरयू में चलेगी सोलर बोट, प्राण प्रतिष्ठा से पहले होगा उद्घाटन, यूपीनेडा करेगा संचालन
अयोध्या की सरयू नदी में पहली बार सोलर बोट चलेगी. भारत में यह पहला प्रयोग है. 30 यात्रियों के बैठने की सुविधा इस सोलर बोट में है. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले इसकी लांचिंग होगी.
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अयोध्या: राम नगरी की सरयू नदी में सोलर बोट चलेगी. यूपीनेडा (UPNEDA) इस बोट का संचालन करेगा. देश में पहली बार किसी नदी में सोलर बोट चलाने का प्रयोग हो रहा है. इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है. देश के विभिन्न कोनों से इसके कल-पुर्जे व अन्य सामान मंगाए गए हैं. एक बोट बनकर तैयार है. इसके टेस्टिंग फेज की प्रक्रिया जारी है. माना जा रहा है कि 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले सीएम योगी इसका उद्घाटन करेंगे.
सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी के रूप में स्थापित करने का प्रयास जारी है. यहां देश में पहली बार सोलर पावर इनेबल्ड ई-बोट को सरयू में उतारा गया है. उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) ने अयोध्या की सरयू नदी में इस बोट सर्विस के नियमित संचालन की रूपरेखा तैयार कर ली है. आने वाले दिनों में ऐसी अन्य सोलर बोट का नियमित संचालन भी किया जाएगा.
भारत में पहली बार सोलर बोट के जरिए सरयू यात्रा कराएगी योगी सरकार, प्राण प्रतिष्ठा से पहले होगा उद्घाटन pic.twitter.com/pLxZEQjaDZ
— अमित यादव/हम भारत के लोग (@amityadav26) January 16, 2024
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क्या खास है सोलर बोट में
यह सोलर पावर इवेबल्ड बोट क्लीन एनर्जी के जरिए संचालन की परिकल्पना के आधार पर कार्य करती है. यह ड्यूअल मोड ऑपरेटिंग बोट है, जो 100 प्रतिशत सोलर इलेक्ट्रिक पावर बेस पर काम करती है. इसे सोलर एनर्जी से चार्ज करने के साथ ही इलेक्ट्रिक एनर्जी के जरिए भी ऑपरेट किया जा सकता है. खास बात यह है कि यह बोट कैटामरैन केटेगरी की है. जिसके अंतर्गत दो स्ट्रक्चर्स को जोड़कर एक बोट स्ट्रक्चर में कन्वर्ट किया जा सकता है. यह बोट फाइबर ग्लास बॉडी की है. जो कि लाइट वेट व हेवी ऑपरेशन ड्यूरेबल मैटीरिल से बनी है.
बोट के संचालन के दौरान किसी प्रकार के ध्वनि या पर्यावरणीय प्रदूषण नहीं होता है. इस बोट में एक बार में 30 लोग यात्रा कर सकेंगे. यह सरयू नदी में नया घाट से चलेगी. इस बोट टूर का ट्रैवलिंग ड्यूरेशन एक घंटे से लेकर 45 मिनट के आसपास रखा जाएगा. जिसमें सरयू नदी के किनारे स्थित विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों व धरोहरों का दर्शन यात्री कर सकेंगे. बोट की ऑपरेटिंग कैपेसिटी इससे कहीं ज्यादा है. पूरी तरह चार्ज होने पर 5 से 6 घंटे तक के प्रोपल्शन टाइमफ्रेम को मैनेज किया जा सकता है.
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रूफटॉप एसेंबल्ड सोलर पैनल युक्त बोट रिमोट व्यूइंग से लैस
इस बोट को पुणे की सनी बोट्स प्राइवेट लिमिटेड ने असेंबल किया गया है. चेन्नई की रा सोर्स प्राइवेट लिमिटेड इसमें सोलर व प्रोपल्शन पार्टनर की भूमिका निभा रहा है. यूपीनेडा के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण नाथ पांडेय ने बताया कि यह बोट 12 किलोवॉट इलेक्ट्रिक आउटबोर्ड ट्विन मोटर आधारित है. बोट में 46 किलोवॉट प्रति घंटा क्षमता वाली एलेपटी बैटरी लगाई गई है. बोट में 30 पैसेंजर्स व दो क्रू मेंबर होंगे. 17 से 18 तारीख के बीच बोट की टेस्टिंग की जाएगी. जिसमें इसे पानी में भी उतारा जाएगा. 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले इसका उद्घाटन किया जाएगा.
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