लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद (Akash Anand) को एक बार फिर अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. रविवार को लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्हें नेशनल कोआर्डिनेटर के पद पर भी बहाल कर दिया गया है. मायावती (Mayawati) ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान एक भड़काऊ भाषण के कारण अचानक आकाश आनंद को नेशनल कोआर्डिनेटर के पद से हटा दिया था. इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी हो गई थी.

पार्टियों का नहीं जातियों का गठबंधन करेगी बसपा

बहुजन समाज पार्टी (BSP) के एक पदाधिकारी ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक लगभग ढाई घंटे तक चली. इसमें लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर चर्चा की गई. बसपा प्रमुख मायावती ने उम्मीद के अनुसार नतीजे न आने पर बातचीत की. इसके बाद सभी पदाधिकारियों को कैडर की जानकारी दी. उन्हें बताया गया कि बहुजन समाज के सभी अंगों में भाईचारा पैदा करके, उन्हें आपस में जोड़ना है. पार्टियों का गठबंधन नहीं करना है, जातियों का गठबंधन करना है. पूर्व में बीएसपी ने जैसे बहुजन समाज और सर्वजन समाज के गरीब लोगों को पार्टी से जोड़ करके 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. उसी तरह से बीएसपी को दोबारा तैयार करके सत्ता में लाएंगे.

पूरे देश का दौरा करेंगे आकाश आनंद

आकाश आनंद को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वो फिर से नेशनल कोआर्डिनेटर और बसपा प्रमुख मायावती के उत्तराधिकारी बनाए गए हैं. आकाश पूरे देश में जाएंगे और वहां के पदाधिकारियों के साथ बातचीत के अपनी रिपोर्ट मायावती को देंगे. आकाश आनंद को मायावती ने 7 मई 2024 को सभी बसपा की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था.

सदस्यता शुल्क अब 50 रुपये

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में सदस्य और पदाधिकारी बनाने के लिए पर्चियां बांटी गई. सदस्यता शुल्क 200 रुपये से घटाकर 50 रुपये किया गया. पदाधिकारियों ने बताया कि पहले सदस्यता शुल्क 50 रुपये था. इसे बीच में बढ़ाकर 200 रुपये किया गया था. अब वापस 50 रुपये सदस्यता शुल्क किया गया है.