सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा है और उन्हें अपनी भाषा पर संयम रखने की सलाह दी है. दरअसल, सीएम योगी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि उनके अब्बाजान मुलायम सिंह यादव कहते थे कि अयोध्या में परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे. लेकिन अब वहां राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है.

अखिलेश ने इस पर कहा कि कल मैंने उनका इंटरव्यू सुना. हमारा आपका मुद्दों पर झगड़ा हो सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री अपनी भाषा पर संयम रखें. अगर वो मेरे पिता जी को कुछ कहेंगे, तो मैं भी उनके बारे में कुछ कह सकता हूं. मुख्यमंत्री मेरे पिता जी के बारे में ऐसी भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए. मेरे पिता जी के बारे में कहेंगे, तो वह भी अपने पिता के बारे में सुनने के लिए तैयार रहें.

अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री किसी और भाषा को जानते हैं. उनके कानों तक किसानों की भाषा नहीं पहुंचती. वो तो चुनावों को दूसरी ओर ले जाना चाहते हैं. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि भाजपा के मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए. अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार अब सोशल मीडिया से डर रही है. 2014, 2017 में सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा अफवाह फैलाकर जनता को गुमराह करके भाजपा ने वोट लिया.

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आपको बता दें कि शुक्रवार को एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच जमकर शब्दबाण चले थे. अखिलेश यादव ने खुद को बीजेपी के नेताओं से बड़ा हिंदू बताया, तो सीएम योगी ने राम मंदिर के बहाने उनपर निशाना साधा था. सीएम योगी ने तंज कसते हुए कहा कि उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) कहते थे कि वहां (अयोध्या में) परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे, लेकिन अब वहां राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है. अगले तीन साल में वहां एक बड़ा भव्य मंदिर बनकर खड़ा होगा.

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