BPSC री-एग्जाम को लेकर सख्त होंगे नियम, सेंटर से किसी को नहीं होगी बाहर जाने की अनुमति
जमशेदपुर : टाटा स्टील के अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए दी जाने वाली छात्रवृति मिलेनियम स्कॉलरशिप का रिजल्ट निकल गया है. इसके तहत नॉन ओपीआर (कर्मचारी) ए कैटेगरी के 75 हजार रुपये प्रतिवर्ष के लिए 100, नॉन ओपीआर (कर्मचारी) जेनरल इंजीनियरिंग के लिए 36 हजार रुपये प्रति वर्ष के लिए 100, नॉन ओपीआर (कर्मचारी) एससी और एसटी के इंजीनियरिंग के लिए 6, नॉन ओपीआर (कर्मचारी) पीजी जेनरल 36 हजार रुपये प्रतिवर्ष के लिए 40, नॉन ओपीआर (कर्मचारी) पीजी एससी व एसटी का तीन का चयन किया गया है. इसी तरह नॉन ओपीआर (कर्मचारी) डिप्लोमा के लिए 10, एससी एसटी का 1, नॉन ओपीआर (कर्मचारी) अन्य के लिए नौ, एससी एसटी अन्य का एक, लड़कियों के लिए इंजीनियरिंग जेनरल में 14, पीजी गर्ल इंजीनियरिंग में 2, डिप्लोमा जेनरल में 3 का चयन किया गया है. इसी तरह ऑफिसर के 75 हजार रुपये प्रति वर्ष छात्रवृति के कैटेगरी ए में 20, ऑफिसर के इंजीनयरिंगजेनरल में 22 और एससी एसटी में 2, ऑफिसर में पीजी जेनरल का आठ, एससी व एसटी का एक, ऑफिसर का इंजीनियरिंग में चार और ऑफिसर में अन्य का तीन लोगों का चयन किया गया है.
टाटा स्टील में तार कंपनी के विलय को मंजूरी
टाटा स्टील में इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट लिमिटेड (तार कंपनी) के विलय को एनसीएलटी ने मंजूरी दे दी है.एनसीएलटी के कोलकाता बेंच में इसके विलय को लेकर हुई सुनवाई के बाद इसको मंजूरी दी गयी. इसकी जानकारी बाॅम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को दी गयी है. अब मुंबई बेंच में भी एक मामला लंबित है, जिसकी मंजूरी के बाद ही सारी प्रक्रिया को पूर्ण मानी जायेगी. इससे पहले टाटा स्टील इसके सारे शेयर के विलय को लेकर अपनी ओर से प्रक्रिया पूर्ण कर ली है. जैसे ही सारी मंजूरी मिल जायेगी, वैसे ही तार कंपनी एक डिवीजन के तौर पर टाटा स्टील के अधीन काम करने लगेगा, जैसे टिनप्लेट कंपनी काम कर रही है.