RSS को फोन कर कहा- पत्नी की आखिरी इच्छा करनी है पूरी और गहने बेच राम मंदिर निर्माण के लिए सौंप दिए 7 लाख रूपये
राजस्थान में एक भावुक कर देने वाला अनोखा मामला सामने आया है. राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में समर्पण निधि अभियान चल रहा है. वहीं जोधपुर में राम मंदिर निर्माण के लिए मिली एक सहयोग राशि काफी चर्चे में है. दरअसल एक महिला ने अपनी आखिरी इच्छा बताई की उसके गहनों को राम मंदिर निर्माण में लगा दिया जाए. जिसके बाद महिला के परिजनों ने उनकी भावनाओं का कद्र करते हुए ऐसा ही किया.
राजस्थान में एक भावुक कर देने वाला अनोखा मामला सामने आया है. राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में समर्पण निधि अभियान चल रहा है. वहीं जोधपुर में राम मंदिर निर्माण के लिए मिली एक सहयोग राशि काफी चर्चे में है. दरअसल एक महिला ने अपनी आखिरी इच्छा बताई की उसके गहनों को राम मंदिर निर्माण में लगा दिया जाए. जिसके बाद महिला के परिजनों ने उनकी भावनाओं का कद्र करते हुए ऐसा ही किया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मामला राजस्थान के जोधपुर का है. लोग राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में अपनी इच्छानुसार राशि भेंट कर रहे हैं. वहीं जोधपुर में आशा कंवर नाम की एक महिला ने अपनी मृत्यू से पहले परिजनों के सामने यह आखिरी इच्छा जाहिर की कि उनके गहनों को राम मंदिर निर्माण में भेंट कर दिया जाए.
दरअसल, समर्पण निधि अभियान के तहत राम मंदिर के लिये राशि जुटाने वाली जोधपुर की टीम के आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख हेमंत गोष्ट के पास एक फोन कॉल आया. जिसमें फोन करने वाले ने अपना नाम विजय सिंह गौड़ बताया और उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी आशा कंवर का देहांत हो गया है. मृत्यु के पहले उन्होंने अपने सभी गहनों को राम मंदिर निर्माण में लगा देने की इच्छा जताई थी. इसलिए सभी परिवारजनों ने गहनों को भेंट करने का फैसला लिया है.
मध्यवर्गीय परिवार से आने वाली आशा कंवर हाल में ही कोरोना संक्रमित हो गयी थी. जिसके बाद उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव तो आयी लेकिन फेफड़े में संक्रमण फैलने के कारण उनका निधन हो गया. उन्होंने अपने बेटे और पति के सामने अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की थी्.
श्री राम समर्पण निधि अभियान में जुटे सदस्य जब उनके घर पहुंचे तो परिजनों ने विस्तार से जानकारी दी. आशा कंवर की इच्छानुसार उनके गहनों को बेचने के बाद जो 7 लाख 8 हजार रुपये मिले वो उनके परिजनों ने राशि समर्पण निधि के सदस्यों को सौंप दिया. श्रीराम के प्रति इस आस्था और परिजनों के इस फैसले को देख सभी बेहद भावुक हो गए.
Posted By: Thakur Shaktilochan