चाईबासा. झारखंड में बीते साढ़े चार साल से सत्ता का सुख भोग रहा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) लोकसभा चुनाव में जनता के समक्ष विकास का एक उदाहरण पेश करने की स्थिति में नहीं है. इनके पास राज्य के प्रमुख विषयों पर सोच व स्पष्ट विचार तक नहीं है. लोगों की भावनाओं को कुरेद कर राजनीति करना जेएमएम की मंशा रही है. लोकसभा चुनाव में करारी हार के लिए जेएमएम और कांग्रेस को तैयार रहना चाहिए. उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहीं. वे शुक्रवार को चाईबासा में सिंहभूम लोकसभा स्तरीय ग्राम प्रभारी सम्मेलन में बोल रहे थे.

झामुमो में विरासत की राजनीति हावी

श्री महतो ने कहा कि सरकार ने चार साल में खनिज संपदा को लूटा और लूटने वालों को संरक्षण देने का काम किया है. नियोजन, विस्थापन और स्थानीय नीति नहीं बना पायी. झारखंड मुक्ति मोर्चा की राजनीति का इतिहास पलट कर देख लीजिये, इसमें कहीं झारखंडियों का भला की मंशा नहीं दिखेगी. झामुमो में विरासत की राजनीति हावी है. अब एनडीए की एकजुटता के सामने अवसरवादी गठबंधन का टिक पाना मुश्किल होगा.

पहला वादा नहीं पूरा कर सके नये सीएम

उन्होंने कहा कि सिंहभूम की जनता इस बार राज्य सरकार के कुशासन के खिलाफ मतदान करेगी. वर्तमान मुख्यमंत्री ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच नहीं करा लाखों युवाओं से किया पहला वादा भी पूरा नहीं किया.

सम्मेलन में उपस्थित रही गीता कोड़ा

इस सम्मेलन में सिंहभूम से एनडीए की उम्मीदवार गीता कोड़ा उपस्थित रहीं. सुदेश महतो ने कार्यकर्ताओं को उनकी जीत सुनिश्चित करने के दिशा-निर्देश दिये. वहीं शाम में घड़ी घर के पास गठबंधन की भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा का चुनावी कार्यालय का उद्घाटन किया. आजसू पार्टी के प्रधान महासचिव रामचन्द्र सहिस ने कहा कि यह चुनाव ऐतिहासिक होगा. राज्य की जनता ने सभी 14 सीटों पर एनडीए को जिताने का निश्चय किया है.

सैकड़ों लोगों ने आजसू का दामन थामा

इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और कई समाजसेवियों ने आजसू पार्टी का दामन थामा. मौके पर मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, उपाध्यक्ष स्वप्न सिंहदेव, महासचिव हरेलाल महतो, रीना गोडसारा, रविशंकर मौर्य, सचिव सत्यनारायण महतो, नन्दलाल बिरुवा, बिरसा मुंडा, मंगल सुरिन, सिद्धार्थ महतो, प॰ सिंहभूम जिलाध्यक्ष रामलाल मुण्डा, सरायकेला जिलाध्यक्ष सचिन महतो, नन्दू पटेल, सुजीत गिरि, अमित महतो व जितेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे.

इन्होंने ली सदस्यता

सहलियानी लोमगा (पूर्व मुखिया), मीना बारला, दीपा पान, बहमनी सुरीन, शीतल सुरीन, कल्पना बागे, शावधानी कांदूरना, जुलियानी सुरीन, जेमा पूर्ति, अनीता बेंगरा, बिलाशी देवी, शिल्पा मंडल, विनीता कैरे, शांति दास, शांति नाग, कोहती होरा, दिव्या ज्योति, पूर्णिमा केरकेट्टा, सरिता बोदरा, सुशांति कैरे, किरण कैरे, जस्मीन, खुशी सैंडिल, चुटकिला लोहारा, गजाला शैख, सिमरन शाह, उमा टोप्पो, सफीरा सैंडी, श्रुति नाग, मयशा कुमारी, ग्रसवारी दास, सुनरी सैंडी, जसपीन एक्का, नैसा कुमारी, लक्ष्मी बांद्रा, सबत्री बद्रा, अरिता दत्ता, संतोष तांती, जोतो बोहरा, बिरसा बोदरा, राज गोप, बिरसा मुंडा, मसीह बोदरा, जोहान बोदरा, रोशन खलखो और मझगांव विधानसभा से श्याम गोप (जेएमएम), रजत बारीक, ग्रेस गुलाब नागे (जेएमएम), माधो बिरुवा, हुरदव कुंकल (जेएमएम, बीस सूत्री सदस्य), गोविंद चातर व गीतांजलि.