स्लो नेटवर्क की वजह से 2जी संचालित ई-पॉश मशीन की वजह से तेजी से नहीं हो पा रहा ई-केवाइसी, जिले में आधे लोगों का सत्यापन अधूरा

राशन कार्डधारकों के लिए ई-केवाईसी कराना है अनिवार्य, अन्यथा खाद्यान्न से होंगे वंचित

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2024 9:45 PM

बरहेट. ‘वन नेशन वन कार्ड’ स्कीम के तहत जिले के सभी राशन कार्डधारकों का ई-केवाईसी से कराया जा रहा है. पूर्व में इसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर निर्धारित थी. हालांकि, राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 28 फरवरी 2025 कर दिया है. अंतिम तिथि में दो महीने के विस्तार से जिले के कार्डधारकों को अब ई-केवाईसी में आसानी होगी. ज्ञात हो कि साहिबगंज जिले में लाल कार्ड, अंत्योदय कार्ड, ग्रीन कार्ड एवं सफेद कार्ड के धारकों की संख्या 2,41,031 है. जिनसे 10,69,556 सदस्य जुड़े हैं. लेकिन, जिले में कुल सदस्यों की संख्या की अपेक्षाकृत आधे से भी कम सदस्यों (5,17,524) का ई-केवाईसी हुआ है, जो बेहद चिंता का विषय है. राशन कार्डधारकों के लिये ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है. ऐसे में अगर कोई कार्डधारक ई-केवाईसी (ईलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर) नहीं करवाते हैं, तो उनका कार्ड निरस्त कर उन्हें खाद्यान्न से वंचित कर दिया जायेगा. इधर, विभाग भी ई-केवाईसी को लेकर जोर दिये हुए है. साथ ही पीडीएस दुकानदारों के जरिये लोगों को जागरूक भी कर रहा है. विभागीय कर्मियों के मुताबिक, कार्डधारक ई-केवाईसी की अंतिम तिथि तक जन वितरण प्रणाली दुकान, प्रज्ञा केंद्र एवं बैंक में ई-केवाईसी करवा सकते हैं. पीडीएस दुकानों में 2जी नेटवर्क से संचालित ई-पॉश मशीनें ई-केवाईसी में बाधक साबित हो रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक नेटवर्क स्लो रहने के कारण ई-केवाईसी में परेशानी आ रही है. इससे राशन कार्डधारकों को कई बार-बार पीडीएस दुकानों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. साथ ही पीडीएस दुकानदार भी परेशान हैं. पीडीएस दुकानदारों ने जल्द इसमें सुधार करने की मांग की है. कहते हैं पदाधिकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी झुन्नू मिश्रा ने कहा कि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में 2जी नेटवर्क के कारण ई-केवाईसी में परेशानी हो रही है. विभाग द्वारा अंतिम तिथि का विस्तार किया गया है. उससे पूर्व कार्डधारकों के ई-केवाईसी कराने को लेकर हमलोग प्रयासरत हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version