Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
रांची: तंबाकू और उससे तैयार होनेवाले उत्पाद का सेवन जानलेवा है, क्योंकि इससे कैंसर होने की आशंका सबसे अधिक होती है. तंबाकू के उत्पादों पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने की चेतावनी के बाद भी लोग धड़ल्ले से इसका सेवन कर रहे हैं. जिससे जानलेवा बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.
एनएफएचएस-पांच की ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्य में (15 साल से ऊपर) 8.4% महिलाएं और 47.4 % पुरुष तंबाकू का सेवन करते हैं. इसमें ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों की संख्या सबसे अधिक है. एनएफएचएस-5 की रिपोर्ट की मानें तो खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम व सिमडेगा की महिलाएं और पुरुष दोनों तंबाकू का ज्यादा सेवन करते हैं. खूंटी में 57.2%, सिमडेगा में 56.5% और पश्चिमी सिंहभूम में 56.4% पुरुष तंबाकू का सेवन करते हैं. वहीं, पश्चिमी सिंहभूम में 19.9%, सिमडेगा में 17.6% और खूंटी में 16.2% महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं.
रिम्स में सबसे ज्यादा पहुंचते है ओरल कैंसर के मरीज :
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के डेंटल कॉलेज में सबसे ज्यादा ओरल कैंसर के मरीज पहुंचते है. दंत रोग विशेषज्ञ डॉ अजय शाही ने बताया कि झारखंड राज्य में तंबाकू का सेवन करनेवालों की संख्या बहुत अधिक है. ओपीडी में 100 में से चार से पांच मरीजों में कैंसर का लक्षण पाया जाता है. वहीं आठ से 10 प्री-कैंसर से पीड़ित होते हैं. सबसे चिंता की बात यह है कि कैंसर से पीड़ित मरीजों में ग्रामीण क्षेत्र के मरीज ज्यादा होते हैं. ग्रामीण क्षेत्र के कैंसर पीड़ित मरीजों में महिलाओं की संख्या अधिक होती है. वहां सबसे पहले जागरूकता फैलाने की जरूरत है.
Posted By: Sameer Oraon