विश्व दिव्यांगता दिवस पर बोलीं मंत्री जोबा मांझी, दिव्यांगों के लिए लगेगा कैंप, योजनाओं का मिलेगा लाभ
झारखंड की मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि विकास एवं उत्थान का कार्य करने में कई सारी कठिनाइयों एवं समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन विभाग के पदाधिकारी काफी सक्षम हैं और हम सब मिलकर उन समस्याओं का निष्पादन करते हुए उन्हें एक बेहतर भविष्य देने का काम कर रहे हैं.

World Disability Day 2022: झारखंड की महिला एवं बाल विकास मंत्री जोबा मांझी ने विश्व दिव्यांगता दिवस पर राज्य निःशक्तता आयुक्त कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर है. उनके विकास एवं उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. राज्य सरकार ने सर्वजन पेंशन योजना में दिव्यांगजनों को भी शामिल किया है, जिन्हें प्रतिमाह 1000 रुपये की राशि दी जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि पूरे राज्य में एक शिविर लगाकर दिव्यांगजनों को चिह्नित किया जाये, ताकि उन्हें भी सरकार द्वारा उनके लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके.
दिव्यांगों को बेहतर भविष्य देने की कोशिश
मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि विकास एवं उत्थान का कार्य करने में कई सारी कठिनाइयों एवं समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन विभाग के पदाधिकारी काफी सक्षम हैं और हम सब मिलकर उन समस्याओं का निष्पादन करते हुए उन्हें एक बेहतर भविष्य देने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के साथ उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने एवं बेहतर भविष्य देने में राज्य सरकार का महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग पूरी तन्मयता के साथ काम कर रहा है और हम उन्हें एक बेहतर भविष्य देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
Also Read: Albert Ekka Death Anniversary: परमवीर अलबर्ट एक्का की हाजिरी वाला रजिस्टर स्कूल से हो गया गायब !
दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का लें संकल्प
राज्य नि:शक्तता आयुक्त सह समाज कल्याण निदेशक छवि रंजन ने कहा कि दिव्यांगजनों के सर्वांगीण विकास के बिना राज्य, समाज एवं देश के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. हमें आज इनके सर्वांगीण विकास के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है. इन्हें सशक्त बनाने के लिए हम सभी को आगे आना होगा. समान सुविधाएं उपलब्ध कराना होगा. उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के सामाजिक उत्थान, सुरक्षा एवं शिक्षा, सामाजिक समानता, आर्थिक स्वतंत्रता को मजबूत बनाने पर ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में 5 साल से ऊपर के सभी दिव्यांगजनों को स्वामी विवेकानंद नि:शक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत राशि उपलब्ध कराई जा रही है. शिक्षा के लिए हर साल छात्रवृत्ति दी जा रही है. दिव्यांगजनों के लिए कार्य करने वाले गैर सरकारी संगठनों को भी अनुदान के तहत राशि दी जाती है. रांची व दुमका में मूक-बधिर विद्यालय शुरू किया गया है. रांची में राजकीय नेत्रहीन विद्यालय भी चलाया जा रहा है. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांगता पेंशन योजना के तहत इन्हें 1000 रुपये प्रति माह दिया जाता है. करीब 26,526 लोगों को इसका लाभ दिया गया है. दिव्यांगजनों की पहचान के लिए यूनिक डिसेबिलिटी कार्ड जारी किया जा रहा है. अभी तक 4,76,097 दिव्यांगजनों को यूनिक कार्ड जारी किया गया है.
मूक-बधिर बच्चों को दिया गया प्रशस्ति पत्र
इस अवसर पर मंत्री जोबा मांझी ने राजकीय नेत्रहीन एवं मूक-बधिर विद्यालय के बच्चों के बीच वॉटर बॉटल, लंच बॉक्स एवं पेन्सिल बॉक्स का वितरण किया. इसके साथ ही राजकीय नेत्रहीन एवं मूक-बधिर विद्यालय में आयोजित निबंध, चित्रकला, संगीत प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों के बीच प्रशस्ति पत्र का वितरण किया. नेत्रहीन एवं मूक-बधिर बच्चों को उपकरण दिया गया.