Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
रांची : रिम्स सेंट्रल इमरजेंसी में भर्ती बड़कागांव के मरीज की मौत के बाद 30 घंटे तक बेड पर शव पड़े रहने की सूचना पर विधायक अंबा प्रसाद शुक्रवार को रिम्स पहुंचीं. उन्होंने सेंट्रल इरमजेंसी में मृत मरीज के परिजनों से जानकारी लेने के बाद पत्रकारों के सामने रिम्स की चिकित्सीय व्यवस्था को लेकर जमकर नाराजगी जतायी. साथ ही रिम्स की खामियां गिनाने लगीं. इसके अलावा व्यवस्था सुधारने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि रिम्स में मरीज की मौत के 30 घंटे होने पर भी शव बेड पर पड़ा हुआ है. बगल में अन्य मरीजों का इलाज चल रहा है. नर्स-डॉक्टर वहां से गुजर रहे हैं, लेकिन किसी का ध्यान नहीं है.
फोन करने पर भी लापरवाही बरती गयी :
विधायक ने कहा कि मरीज को परिजन दुर्घटना के बाद आठ नवंबर को रिम्स इलाज के लिए लाये थे. पारिवारिक स्थिति खराब थी, इसलिए अधीक्षक को फोन कर सहयोग करने का हमने आग्रह किया था. लेकिन फिर भी लापरवाही बरती गयी, नतीजन मरीज की मौत हो गयी. अन्य मरीजों से बातचीत के बाद लगता है कि रिम्स की व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है.
Also Read: रांची रिम्स में गायब मिले सीनियर डॉक्टर और कर्मी, प्रबंधन ने जारी किया शोकॉज
सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को स्थिति से अवगत करायेंगे
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को रिम्स की स्थिति से अवगत कराते हुए व्यवस्था में सुधार लाने का आग्रह करूंगी. इधर, रिम्स अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ ने कहा कि लापरवाही के आरोप की जांच की जायेगी. सेंट्रल इमरजेंसी में मरीजों का दबाव है. सक्षम अधिकारियों को इससे हमेशा अवगत कराया जाता है. ट्रॉलीमैन सहित अन्य कर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है.