Jharkhand Weather: झारखंड में अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड, पश्चिमी विक्षोभ 10 जनवरी से होगा सक्रिय
Ranchi-Goa Airfare: रांची-गोवा के लिए 26 मार्च से शुरू हुई सीधी विमान सेवा का किराया पांच हजार रुपये है. वहीं, गोवा से रांची के लिए अधिक किराया लिया जा रहा है. वापसी में लोगों को सीटें भी नहीं मिल रही हैं. हालांकि, रांची से गोवा के लिए आसानी से टिकट मिल जा रहा है.
वापसी में कई दिक्कतें
इंडिगो की रांची-गोवा फ्लाइट का टिकट 16 से 22 अप्रैल के बीच 5309 से 8032 रुपये में मिल रहा है. वहीं, इंडिगो की गोवा-रांची फ्लाइट में 16 और 17 अप्रैल को 13,812 रुपये में टिकट मिल रहा है. वहीं, 18, 19 और 20 अप्रैल को टिकट उपलब्ध नहीं है. 21 अप्रैल को 9077 रुपये में टिकट मिल रहा है और 22 अप्रैल को टिकट उपलब्ध नहीं है.
देवघर-रांची और रांची देवघर में नहीं है कोई दिक्कत
इधर, 27 अप्रैल से शुरू हुए रांची-देवघर विमान में औसतन 25 सीटें खाली जा रही हैं. विमान का किराया 2502 से 2730 रुपये तक है. वहीं, देवघर-रांची विमान में भी 2500 से 2730 रुपये में टिकट मिल रहा है.
Also Read: कोलकाता में सऊदी एयरलाइंस के कार्गो विमान की इमरजेंसी लैंडिंग, हो जाता बड़ा हादसा
हवाई किराया की सीमा निश्चित करने की मांग
आजसू बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष अंचल किंगर ने नागर विमान मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया को पत्र लिख कर अंतरदेशीय उड़ानों के एयरफेयर की अधिकतम सीमा निश्चित करने की मांग की है.
पत्र में क्या लिखा
पत्र में उन्होंने लिखा है कि झारखंड के लोग बेंगलुरु, सूरत, दिल्ली, कोलकाता सहित अन्य शहरों में कार्यरत हैं. साथ ही काफी संख्या में यहां के छात्र बाहर पढ़ते हैं. छठ, होली, दीपावली आदि पर्व में भारी संख्या में लोगों का आना-जाना इन शहरों से लगा रहता है. उस समय रेलवे भी अतिरिक्त ट्रेनें चलाती है, लेकिन उस समय एयरलाइन के टिकटों की कीमत 20 से 25 हजार रुपये तक हो जाती है.
‘आम जनता का दोहन’
यह एयरलाइंस द्वारा मनमाना किराया वसूलना व कालाबाजारी जैसा प्रतीत होता है. इसलिए अंतरदेशीय उड़ानों के एयर फेयर की अधिकतम सीमा निश्चित की जानी चाहिए, ताकि आम जनता का दोहन विमान कंपनियां नहीं कर सके.
Also Read: पटना-देवघर हवाई सेवा चल रही घाटे में, 72 सीटर विमान में 32-35 यात्री ही कर रहे यात्रा